उपचुनाव : सभी पंचायतों में अप्रैल तक 12वीं की पढ़ाई होगी शुरू, सरकार बेटियों की शिक्षा के प्रति कटिबद्ध : नीतीश कुमार

सबौर, बेलहर व सिमरी में बोले सीएम भागलपुर : सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बेटियों की शिक्षा के प्रति सरकार कटिबद्ध है. 20 अप्रैल से पहले सभी पंचायतों में 12वीं की पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी. इसके लिए उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का निर्माण अंतिम चरण में है. अब तक छह हजार विद्यालयों का निर्माण […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2019 7:43 AM
सबौर, बेलहर व सिमरी में बोले सीएम
भागलपुर : सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बेटियों की शिक्षा के प्रति सरकार कटिबद्ध है. 20 अप्रैल से पहले सभी पंचायतों में 12वीं की पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी. इसके लिए उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का निर्माण अंतिम चरण में है.
अब तक छह हजार विद्यालयों का निर्माण हो चुका है. यहां नौंवी में प्रवेश लेकर 12वीं तक की शिक्षा ली जा सकेगी. शुक्रवार को सीएम भागलपुर के सबौर, बांका के बेलहर व सहरसा के सिमरी में चुनाव सभाओं को संबोधित कर रहे थे. सीएम ने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में अधिकार देने और उनमें जागृति लाने के लिए जीविका योजना चलायी
गयी. महिलाओं की मांग पर शराबबंदी की गयी. इसका बड़ा लाभ मिला है. आज बिहार में शराब से होने वाली मृत्यु दर में काफी कमी आयी है. शराबबंदी कानून को प्रभावी ढंग से बनाने के लिए उनकी सरकार संकल्पित है.
देश-विदेश में छाया बांका उन्नयन : उन्होंने बांका उन्नयन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बांका उन्नयन आज देश-विदेश में छाया हुआ है.
जिस तरह डिजिटल स्क्रीन के तहत पाठ्यक्रम को पढ़ाया जा रहा है, वह काफी सराहनीय प्रयास है. बांका के डीएम कुंदन कुमार की इस पहल को अब पूरे सूबे में लागू कर दिया गया है. यह बांका के लिए गौरव की बात है कि यहां की शिक्षा नीति से सूबे के साथ अन्य देश-प्रदेश लाभांवित होंगे.
भागलपुर से भावनात्मक रिश्ता
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि भागलपुर से उनका विशेष संबंध रहा है. इमरजेंसी के समय अंत में भागलपुर सेंट्रल जेल में रहे थे. इस तरह मेरा रिश्ता भावनात्मक है. पिछले दिनों आयी बाढ़ पर सीएम ने कहा, अफसरों को निर्देश दिया कि जो भी पीड़ित परिवार हैं, उन्हें दीपावली तक सहुलियत पहुुंचा दें. जिनका घर बर्बाद हो गया, उसके अलावा मदद करेंगे.
सात निश्चय पर काम का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि कई योजना को पूरा कर दिया है. हर इच्छुक परिवार को बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य वर्ष 2018 के दिसंबर तक था, जो अक्तूबर में दे दिया. उनकी सरकार आने से पहले 700 मेगावाट बिजली की खपत थी, जो बढ़कर 5500 मेगावाट तक पहुंच गयी. इसी तरह हर घर नल का जल, पक्की गली, शौचालय का काम चल रहा है.
दीवाली से पहले बाढ़पीड़ितों को मदद
पूरे देश ने देखा कुसहा त्रासदी में बिहार का आपदा प्रबंधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है न्याय के साथ विकास करना. एससी-एसटी, पिछड़े वर्ग से लेकर अल्पसंख्यंकों के लिए हमने काम किया. हर घर नल और पक्की सड़क दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्या होता था पहले बाढ़ आने पर.
2007 में 22 जिले बाढ़ से ग्रस्त हुए. 2008 में कोसी त्रासदी के समय भी जमकर काम किया. उस समय जैसा आपदा प्रबंधन का काम हुआ, वह पूरे देश में अनूठा था. पर्यावरण में परिवर्तन के कारण कभी सूखा तो कभी वर्षापात हुआ. इस बार 12 से 13 जिलों में बाढ़ आयी. फिर गंगा का जल स्तर बढ़ा. फिर अति वृष्टि हुई, लेकिन आप चिंता न करें, आपदा प्रबंधन का काम जारी रहेगा.

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