मायागंज में डेंगू के दो नये मरीज भर्ती, निजी क्लिनिकों में बुखार के मरीजों में आधे डेंगू के

भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज में गुरुवार को डेंगू के दो नये मरीज भर्ती हुए. वरिष्ठ चिकित्सकों की मानें तो शहर के निजी क्लिनिक में बुखार के मरीज में 50 फीसदी डेंगू की शिकायत है. महिला मंडल कारा की कैदी रूपा पंजीकार को डेंगू हुआ, जिसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 3:24 AM

भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज में गुरुवार को डेंगू के दो नये मरीज भर्ती हुए. वरिष्ठ चिकित्सकों की मानें तो शहर के निजी क्लिनिक में बुखार के मरीज में 50 फीसदी डेंगू की शिकायत है.

महिला मंडल कारा की कैदी रूपा पंजीकार को डेंगू हुआ, जिसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं बाखरपुर की आशा देवी डेंगू से पीड़ित हैं. उन्हें भी मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले अब तक मायागंज अस्पताल में 30 से अधिक मरीजों को भर्ती कराया जा चुका है. गुरुवार को हुसैनपुर में पांच डेंगू के मरीज मिले. इसमें सात साल का आयान, वार्ड 40 का ही राकेश कुमार समेत अन्य मरीज को अलग-अलग निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. बरारी के संजय झा भी डेंगू से पीड़ित हो गये हैं. उनका इलाज चल रहा है.
डॉ डीपी सिंह के स्टाफ भी डेंगू से पीड़ित:वरिष्ठ चिकित्सक डॉ डीपी सिंह ने बताया कि उनका खुद का क्लिनिक है. उनके स्टाफ को भी डेंगू हो चुका है. अभी बुखार के जितने मरीज आ रहे हैं, उसमें 50 फीसदी डेंगू के मरीज होते हैं. अधिकतर निजी क्लिनिक में यही स्थिति है. आगे बताया कि डेंगू में बुखार के साथ तेज सिर दर्द होता है. साथ ही हड्डी में टूटन महसूस होता है. इसलिए इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं. इसमें घबराने की जरूरत नहीं है. सामान्य रूप से लोगों में डेढ़ से चार लाख तक प्लेटलेट्स रहता है.
जैसे ही 50 हजार से कम प्लेटलेट्स हो, तभी चिकित्सक के पास भर्ती हों. यहां उन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाया जाता है. साथ ही आरएल भी चढ़ा सकते हैं. इसमें यदि मरीज को किसी भी तरह से खून निकलने लगे और बीपी घट जाये, तो समझें यह खतरे की घंटी है. बिना चिकित्सक के परामर्श कुछ नहीं करें.

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