भागलपुर: अंतरजातीय विवाह करना धर्मेद्र और गुड़िया को महंगा पड़ा है. कोर्ट से बेल होने के बाद भी धर्मेद्र करीब एक माह से जेल में बंद है. अंतरजातीय विवाह करने के कारण धर्मेद्र को बेलर नहीं मिल रहा है.
मामला घोघा थाना क्षेत्र के कोदवार गांव का है. कोर्ट ने पहले को-विलेजर्स और परिजनों को बेलर बनाने का आदेश दिया. लेकिन गांव के मुखिया इस विवाह का विरोध कर रहे हैं और धर्मेद्र का बेलर बननेवालों को धमका रहे हैं. मुखिया की धमकी के कारण कोई भी ग्रामीण या परिजन धर्मेद्र का बेलर बनने को तैयार नहीं है. इस कारण 25 जून को बेल मिलने के बाद भी धर्मेद्र जेल काट रहा है.
क्या है मामला
धर्मेद्र और गुड़िया अलग-अलग जाति से आते हैं. गुड़िया ने बताया कि उसकी पहली शादी कोदवार गांव के मंटू मंडल से हुई थी. लेकिन मंटू ने कभी उसे पत्नी नहीं माना. दूसरी शादी रचा कर मंटू गुजरात चला गया. इस कारण गुड़िया परित्यक्ता की जीवन जीने लगी. इधर, गुड़िया ने गांव के ही धर्मेद्र पासवान से शादी रचा ली. यह शादी गुड़िया के ससुरालवालों को नागवार गुजरी. नतीजतन गुड़िया के पहले पति के बड़े भाई राजेंद्र मंडल ने गुड़िया और उसके दूसरे पति धर्मेद्र पर घर से कैश और जेवरात के चोरी का आरोप लगा कर घोघा थाना में केस दर्ज कर दिया. इस आरोप में धर्मेद्र गिरफ्तार हो कर जेल चला गया. बुधवार की गुड़िया देवी एसएसपी से फरियाद करने पहुंची. महिला ने कहा कि गांव का मुखिया उसकी हत्या करा देना चाहता है. अंतरजातीय विवाह के कारण जमानतदारों को धमकी दी जा रही है. इस कारण उसके पति के लिए बेलर नहीं मिल रहा है. गुड़िया का मायका शाहपुर गांव में है.
महिला का सारा आरोप निराधार है. भला मैं किसी के अंतरजातीय विवाह का विरोध क्यों करूंगा. मैंने गांव के किसी ग्रामीण को बेलर बनने पर धमकाया नहीं है. इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है. महिला का पति धर्मेद्र आपराधिक छवि का है. रेल डकैती, लूट के मामले में आरोपी रहा है.
जयहिंद मंडल, मुखिया, कोदवार
गुड़िया देवी के पति धर्मेद्र पासवान का बेल 25 जून को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से हो चुका है. मुखिया की धमकी के कारण गांव का कोई भी व्यक्ति धर्मेद्र का बेलर बनने को तैयार नहीं है. इस कारण बेल होने के बाद भी धर्मेद्र जेल में है. सामान्य बेलर बने, इसके लिए जल्द ही कोर्ट में आवेदन देंगे.
अभय कुमार झा, पीड़िता के अधिवक्ता