भागलपुर: प्रारंभिक स्कूलों में बच्चों का ठहराव शिक्षा विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. मध्याह्न् भोजन करने के बाद काफी बच्चे स्कूल में रुकना नहीं चाहते. वे घर चले जाते हैं. इस पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने उपाय ढूंढ़ना शुरू कर दिया है.
विभिन्न स्कूलों में शिक्षाधिकारियों के द्वारा किये गये निरीक्षण में यह देखा गया कि स्कूल में औसतन 70 फीसदी बच्चे उपस्थित हो रहे हैं. वे तब तक स्कूल में रुकते हैं, जब तक कि मध्याह्न् भोजन कर नहीं लेते. मध्याह्न् भोजन करने के ठीक बाद लगभग 30 फीसदी बच्चे घर चले जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि पढ़ाई में शिक्षक गंभीरता से रुचि ले, तो बच्चे घर नहीं जायेंगे. शिक्षकों को भी ऐसे बच्चों पर नजर रखनी होगी और उन्हें पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना होगा.
जो मध्याह्न् भोजन के बाद घर चले जाते हैं. दूसरी ओर शिक्षकों के कमोबेश हर प्रशिक्षण में प्रशिक्षक इस बात को प्रमुखता से रखते रहे हैं कि बच्चों के अंदर पढ़ाई के प्रति आकर्षण जगाएं. जब वे इस ओर आकर्षित होंगे, तो स्कूल में रहना ज्यादा पसंद करेंगे