राइफल लूटने के इरादे से आये थे अपराधी, होमगार्ड जवानों ने खदेड़ा

सुलतानगंज : प्रखंड-अंचल कार्यालय परिसर स्थित पुलिस शिविर पर हमला कर राइफल लूटने का अपराधियों की याेजना पुलिस ने विफल कर दी. घटना 15 जनवरी की देर रात की है. जानकारी के अनुसार 25-30 की संख्या में अपराधी हथियार व लाठी डंडे से लैस होकर पहुंचे थे. समय रहते पुलिस शिविर के जवानों को इसकी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2019 8:17 AM
सुलतानगंज : प्रखंड-अंचल कार्यालय परिसर स्थित पुलिस शिविर पर हमला कर राइफल लूटने का अपराधियों की याेजना पुलिस ने विफल कर दी. घटना 15 जनवरी की देर रात की है.
जानकारी के अनुसार 25-30 की संख्या में अपराधी हथियार व लाठी डंडे से लैस होकर पहुंचे थे. समय रहते पुलिस शिविर के जवानों को इसकी जानकारी मिल गयी और अपराधियों की मंशा विफल कर दी.
उस वक्त पुलिस शिविर में पांच राइफलधारी होमगार्ड के जवान थे. होमगार्ड जवान भुवनेश्वर चौधरी ने बताया कि 15 जनवरी को ब्लॉक व अंचल कार्यालय बंद होने के बाद देर शाम तीन युवक पुलिस शिविर के आसपास मंडरा रहे थे. उनकी गतिविधि संदिग्ध होने के कारण जब पूछताछ के लिए हमलोग गये तो सभी फरार हो गये.
इसके बाद शिविर में मौजूद चार जवानों को सतर्क कर दिया गया. फिर रात करीब नौ बजे 25 से 30 की संख्या में अपराधियों ने शिविर को घेर लिया. यह देख पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाल लिया. उनसे पूछताछ करने पर वे लोग हमला करने का प्रयास करने लगे.
तब होमगार्ड के जवानों ने उन्हें प्रखंड परिसर से खदेड़ा दिया. इस दौरान थाना को सूचना दी गयी. थाना से पुलिस आने की भनक मिलने पर सभी अपराधी भाग गये. जाते-जाते उन लोगों ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी.
शिविर में थीं पांच राइफल चार जवान थे मौजूद
जिस वक्त अपराधियों ने पुलिस शिविर की घेराबंदी की, वहां होमगार्ड के चार जवान मौजूद थे और पांच राइफलें थीं. होमगार्ड के जवान भुवनेश्वर चौधरी ने बताया कि 15 जनवरी को रामदेव यादव, बच्चा लाल यादव, राम सुरेंद्र चौधरी के साथ हमलोग मौजूद थे.
ब्लॉक का कामकाज निबटने के बाद सभी कर्मी निकल गये थे. शाम छह बजे के बाद तीन युवक पुलिस शिविर के आसपास घूमते हुए देखे गये. आशंका होने पर उनसे पूछताछ करने का प्रयास किया गया तो तीनों फरार हो गये.
युवकों की हरकत देख सभी जवान सतर्क हो गये. रात करीब नौ बजे 25 से 30 की संख्या में अपराधी तत्व के युवक पुलिस शिविर का घेराव कर लिया. सभी जवान पहले से मुस्तैद थे. पुलिस की मुस्तैदी को देख अपराधी घटना को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाये.
सूचना देने के बाद भी थाना से नहीं पहुंची पुलिस
सूचना देने के बाद भी थाने से पुलिस नहीं पहुंची. दूसरे दिन थाना की पुलिस ने मामले की छानबीन की. होमगार्ड के जवानों ने बताया कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी थाना से पुलिस नहीं पहुंची. घटना की जानकारी बीडीओ व सीओ को दी गयी है.
इंस्पेक्टर ने कहा : कोई मामला नहीं
इस मामले में इंस्पेक्टर ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है. स्थानीय युवा परिसर में घूम रहे थे, होमगार्ड ने विरोध किया तो वो मारपीट पर उतर गये, इसकी सूचना उन्हें दी गयी, तो पुलिस गयी और उन्हें भगा दिया. किसी भी होमगार्ड ने लिखित शिकायत नहीं किया है.
प्रखंड के कई कार्यालयों में पूर्व में भी हुई हैं चोरी की घटनाएं
ब्लॉक परिसर की सुरक्षा पांच होमगार्ड जवानों के भरोसे है. होमगार्ड के जवान अपनी सुरक्षा व राइफल की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं. यहां रहने वाले होमगार्ड खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
परिसर में बीडीओ, सीओ समेत कई डॉक्टर व कर्मियों का आवास है. स्थानीय पुलिस गश्ती पर रात में कभी-कभी आती है.
शाम ढलते ही जुआरियों व शराबियों का लगता है अड्डा : प्रखंड परिसर में शाम ढलते ही जुआरियों व शराबियों का जमावड़ा लग जाता है. परिसर की चहारदीवारी कई वर्ष पहले ढह गयी थी.
अब परिसर में रात-दिन लोगों का आना-जाना लगा रहता है. कम पुलिस जवान होने के कारण उन पर नकेल कसना मुश्किल हो जाता है. कार्यालय की सुरक्षा होमगार्ड के जवान ही है. कार्यालय में चोरी की घटना होने के बाद भी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है.

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