शुरू के गड्ढे छोड़ इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने कर रहे काम

भागलपुर : एनएच 80 पर जीरोमाइल से सबौर तक बुधवार से भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लग चुकी, ताकि सड़क को मोटरेबल बनाने के काम तेजी से हो सके. लेकिन काम कराने में अब भी ठेकेदार गंभीर नहीं दिख रहा है. दो दिन पहले जीरोमाइल की तरफ से शुरू के गड्ढे को भरने का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 2, 2018 7:32 AM
भागलपुर : एनएच 80 पर जीरोमाइल से सबौर तक बुधवार से भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लग चुकी, ताकि सड़क को मोटरेबल बनाने के काम तेजी से हो सके. लेकिन काम कराने में अब भी ठेकेदार गंभीर नहीं दिख रहा है. दो दिन पहले जीरोमाइल की तरफ से शुरू के गड्ढे को भरने का काम चल रहा था. अचानक इन गड्ढों को भरे बिना ही इंजीनियरिंग कॉलेज के आसपास काम शुरू कर दिया गया है. जहां-तहां काम होते देख लोग आशंका जता रहे हैं कि यह दिखावा साबित न हो जाये.
माल ढुलाई वाहनों का प्रवेश बंद : एनएच 80 पर पूरी तरह से माल ढुलाई वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी है. इससे बड़े माल ढुलाई वाहनों का आना-जाना बंद हो चुका है. हालांकि छोटे वाहनों का अब भी आना-जाना जारी था, जिसे सबौर बाजार में जगह-जगह पुलिस बल द्वारा छोटे माल ढुलाई वाहनों को दूसरे वैकल्पिक मार्ग रेलवे लाइन व अन्य मार्गों की ओर मोड़ जा रहा था, ताकि सड़क निर्माण कार्य में व्यवधान नहीं हो.
जेल रोड में अलकतरा की मात्रा कम, उखड़ने लगी सड़क : जेल रोड की सड़क को बनाने में औपचारिकता पूरी की गयी है, जो कि अब दिखने लगा है. जगह-जगह पर सड़क फट कर उखड़ने लगी और वाहनों के बोझ से छर्री का ढेर लगने लगा है. इसमें दिख रहा है कि छर्री के साथ अलकतरा की मात्रा कम है.
बाबूपुर के आसपास एक ओर बनी सड़क टूटने की नौबत : इंजीनियरिंग कॉलेज के आगे बाबूपुर के समीप एक ओर सड़क बनी है और दूसरी ओर सड़क पर इतना फिसलन है कि ऑटो व अन्य छोटे वाहनों को दुर्घटना का भय बना रहता है. जिधर सड़क बनी है, आने-जाने वाले वाहनों का लोड भी इसी सड़क पर बढ़ गया है. यह सड़क भी टूटने की कगार पर है.
प्रखंड कार्यालय के आगे गड्ढे भरना चुनौती : सबौर प्रखंड कार्यालय के आगे ममलखा की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे हैं. यहां से लैलख तक हुए गड्ढों को गिनना मुश्किल है. जिन गड्ढों से मोटर लगाकर पानी निकालना था, वहां बाल्टी व लोटे से निकाला जा रहा है.
सबौर अस्पताल में घटे मरीज, नीम-हकीम से करा रहे इलाज : सबौर रेफरल अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या 20 प्रतिशत घट गयी है, जबकि अभी का मौसम मरीजों के बढ़ने का है. सड़क खराब होने से ग्रामीण नीम-हकीम से इलाज कराने को विवश हैं.
सबौर के स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार हाल के दिनों में मरीजों की संख्या अचानक घट गयी है. पंजीयन प्रभारी ने बताया कि एक माह पहले 150 से 200 मरीज प्रतिदिन आते थे. अभी 100 से 150 मरीज आ रहे हैं. अधिकतर स्थानीय मरीज आ रहे हैं. स्वास्थ्यकर्मी खुर्शिद आलम ने बताया कि लैलख, ममलखा, फरका आदि गांव से मरीज नहीं आ रहे हैं, जबकि पहले इन गांवों के मरीजों की संख्या अधिक होती थी. अभी के समय में हमेशा मरीजों की संख्या 40 से 60 मरीजों की संख्या बढ़ जाती थी.

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