भागलपुर: राजद जिलाध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने राजद का दामन छोड़ दिया. वह सुल्तानगंज विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. डॉ हिमांशु की ओर से लिया गया यह निर्णय राजद जिला कार्यकारिणी भंग होने के बाद लिया गया है. लेकिन, लोकसभा चुनाव के लिए बुलो मंडल का नाम राजद प्रत्याशी के रुप में घोषणा के साथ ही उन्होंने खुद को पार्टी से अलग कर लिया था.
उनकी ओर से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इधर, पटना में राष्ट्रीय जनता दल कार्यकारिणी की बैठक में सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने भागलपुर जिला राजद कमेटी को भंग कर दिया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अगुवाई में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. पहले से कयास लगाया जा रहा था कि चुनाव बाद किसी दिन जिला कार्यकारिणी भंग हो सकती है.
इधर, कमेटी भंग होने के साथ ही जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारी शुरू हो गयी है. जिलाध्यक्ष की रेस में महानगर अध्यक्ष अरुण साह, जिला उपाध्यक्ष डॉ तिरूपति नाथ व मीडिया प्रभारी डॉ आनंद आजाद के नाम प्रमुख है. बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव में डॉ तिरूपति नाथ व डॉ आनंद ने बुलो मंडल का जम कर साथ दिया था. राजद सूत्र की माने तो डॉ तिरूपति नाथ और डा आनंद में से एक नाम सांसद बूलो की पहली पसंद हो सकता है.
डॉ चक्रपाणि ने बुलो का किया था विरोध
चुनाव के पहले जब बुलो मंडल के टिकट की घोषणा हुई थी, उस समय से जिलाध्यक्ष डॉ हिमांशु द्वारा पार्टी विरोधी बयानबाजी शुरू हो गयी थी. डॉ हिमांशु के कई करीबियों ने भी बूलो की दावेदारी का विरोध किया था. यही नहीं, प्रदेश महासचिव दीपक सिंह ने न केवल पार्टी के नाम किया भवन वापस ले लिया, बल्कि पार्टी को छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गये हैं. डॉ आरके राणा भी पार्टी के नाम पर खामोश हैं.