सबौर/नवगछिया : रंगरा प्रखंड में पिछले वर्ष बाढ़ पीड़ितों के लिए खरीदी गयी राहत सामग्री में 20 लाख रुपये का घोटाला करने के आरोप में रंगरा के तत्कालीन सीओ तरुण कुमार केसरी को रंगरा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी सबौर अंचल कार्यालय से हुई. वर्तमान में वह सबौर के सीओ हैं. गिरफ्तारी के बाद रंगरा पुलिस उन्हें रंगरा थाना ले गयी. पूछताछ के बाद उन्हें नवगछिया स्थित अपर न्यायिक दंडाधिकारी (तृतीय) संतोष गुप्ता के न्यायालय में पेश किया गया,
जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस टीम में इस केस के अनुसंधानकर्ता उपेंद्र मुखिया, सहायक अवर निरीक्षक हाकिम साह और आधा दर्जन पुलिस कर्मी थे.
क्या है मामला : रंगरा प्रखंड में पिछले साल आयी बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री चूड़ा, शक्कर आदि आपूर्ति करने का ठेका नवगछिया के किराना व्यवसायी अमित जायसवाल को दिया गया था. अमित जायसवाल ने कुल 1,84,000 रुपये की सामग्री आपूर्ति की थी. इसके लिए अंचल कार्यालय से उसे चेक के माध्यम से भुगतान किया गया था.
20 लाख के…
चेक पर तत्कालीन सीओ तरुण कुमार केसरी ने हस्ताक्षर किया था. अंचल नाजिर सदानंद तांती की मिलीभगत से अमित जायसवाल ने बड़ी चालाकी से चेक पर 1,84,000 रुपये के आगे 2 का अंक जोड़कर 21,84,000 (इक्कीस लाख चौरासी हजार) रुपये बना दिया. इसके बाद फर्जी तरीके से बैंक से भुगतान प्राप्त कर राशि अपने खाते में हस्तांतरित करा ली.
फिल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी
सबौर प्रखंड कार्यालय के ठीक सामने एनएच 80 पर पुलिस जीप रुकी. दो पदाधिकारी व आधा दर्जन भारी भरकम फोर्स दिन के 3.30 बजे उतरे. कुछ दूर फोर्स साथ आयी फिर दो पदाधिकारी अंचल कार्यालय में प्रवेश किये. सीओ तरुण कुमार केसरी के चेंबर में जाते ही कुछ लोग वहां बैठे थे. पुलिस ने सबको बाहर जाने को कहा. पुलिस ने सीओ को चेंबर से बाहर निकलने को कहा. 3.52 पर सीओ के चेंबर से बाहर आते ही पुलिस ने उन्हें अपने कस्टडी में लिया और अपने साथ ले गयी. एनएच पर खड़ी पुलिस वाहन में सीओ को बैठाया और 3.57 पर चलते बने.
पुलिस ने फंसाया है
मामले में सीओ प्राथमिकी अभियुक्त नहीं हैं, लेकिन पुलिस ने अपने अनुसंधान में उनकी संलिप्तता पायी है. उन पर वारंट था, जिसके आलोक में गिरफ्तारी हुई है. दो आरोपित पहले ही जमानत पर हैं. 16 अप्रैल को उक्त केस की तारीख संभव है. इस संदर्भ में सीओ ने कहा कि इस मामले में उनकी संलिप्तता नहीं हैं. पुलिस ने उन्हें फंसाया है. बहरहाल सच और झूठ का फैसला, तो न्यायालय करेगा.
सबौर से हुई गिरफ्तारी नवगछिया पुलिस ले गयी
नाजिर की मिलीभगत से आपूर्तिकर्ता ने चेक पर 1,84,000 के आगे 2 का अंक लगाकर बना दिया 21,84,000
वर्तमान में सबौर अंचल कार्यालय में हैं पदस्थापित