बिहार, झारखंड और बंगाल को बिजली देनेवाले एनटीपीसी के कहलगांव संयंत्र ने बनाया नया कीर्तिमान

भागलपुर : सार्वजनिक कंपनी एनटीपीसी के कहलगांव स्थित संयंत्र ने सारे पुराने कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए चालू वित्त वर्ष में 1,600 करोड़ यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. एनटीपीसी के समूह महाप्रबंधक (सुपर थर्मल पावर स्टेशन) के श्रीधर ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 30, 2018 11:45 AM

भागलपुर : सार्वजनिक कंपनी एनटीपीसी के कहलगांव स्थित संयंत्र ने सारे पुराने कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए चालू वित्त वर्ष में 1,600 करोड़ यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. एनटीपीसी के समूह महाप्रबंधक (सुपर थर्मल पावर स्टेशन) के श्रीधर ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान इस संयंत्र ने 1,617.82 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया है. यह इसके पहले के सर्वाधिक स्तर तथा वित्त वर्ष 2016-17 के 1,594.77 करोड़ यूनिट से 2.63 प्रतिशत अधिक है. उन्होंने कहा कि संयंत्र ने पर्याप्त बिजली उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करने के साथ ही कॉरपोरेट सामाजिक दायित्वों( सीएसआर) की प्राथमिकता का भी निर्वहन किया है.

श्रीधर ने कहा, ‘‘हमारी सीएसआर मुहिमों में बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है.’ उन्होंने कहा कि कहलगांव संयंत्र ने युवाओं को छह महीने का प्रशिक्षण देने के लिए हाजीपुर स्थित केंद्रीय प्लास्टिक आभियांत्रिकी संस्थान के साथ करार किया है. इस पर करीब 20 लाख रुपये का खर्च आयेगा और यह अगले महीने से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से प्रशिक्षित युवाओं के पास कौशल होगा, जिससे वे प्लास्टिक आभियांत्रिकी में रोजगार पा सकेंगे.

श्रीधर ने कहा, ‘‘इसके अलावा हम रेलवे तथा बैंकिंग क्षेत्रों में रोजगार तलाश रहे युवाओं के कोचिंग का खर्च वहन कर उनकी आर्थिक मदद कर रहे हैं. इस मुहिम पर करीब 10 लाख रुपये खर्च होंगे.’ श्रीधर ने कहा कि कहलगांव संयंत्र ने राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे स्वच्छता अभियान में भी योगदान दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने अब तक 94 शौचालय बनाये हैं तथा 217 तैयार हो रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस दौरान तीन हजार जरूरतमंदों को कंबल तथा पांच हजार स्कूली बच्चों को स्वेटर दिये हैं. बच्चों को शिक्षण सामग्री मुहैया कराना तथा स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना भी हमारे सीएसआर का हिस्सा रहा है.’

Next Article

Exit mobile version