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मारवाड़ी कॉलेज, पाठशाला व टीएनबी में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार
भागलपुर : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का परीक्षकों को 90 फीसदी राशि के भुगतान का फरमान इंटर के मूल्यांकन में व्यवधान बन गया. मारवाड़ी पाठशाला, टीएनबी कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज स्थित मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया. मारवाड़ी पाठशाला पहुंच डीइओ मधुसूदन पासवान ने परीक्षकों को समझाया. उन्हें कहा कि लिखकर दीजिए […]
भागलपुर : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का परीक्षकों को 90 फीसदी राशि के भुगतान का फरमान इंटर के मूल्यांकन में व्यवधान बन गया. मारवाड़ी पाठशाला, टीएनबी कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज स्थित मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया. मारवाड़ी पाठशाला पहुंच डीइओ मधुसूदन पासवान ने परीक्षकों को समझाया.
उन्हें कहा कि लिखकर दीजिए बोर्ड को इसकी जानकारी दी जायेगी. इसके बाद परीक्षक नरम तो पड़े, लेकिन मूल्यांकन कार्य शाम तक बाधित रहा.
बोर्ड के फरमान ने खड़ा किया व्यवधान : परीक्षा नियंत्रक के अनुसार परीक्षाफल प्रकाशन के बाद कई मामलों में उत्तरपुस्तिका की स्क्रूटनी के आवेदन प्राप्त होते हैं. कुल योग में त्रुटि के अलावा कुछ उत्तर अमूल्यांकित होने के मामले सामने आते हैं. मामला न्यायालय तक पहुंच जाता है. इससे बोर्ड की छवि धूमिल होती है. विद्यार्थियों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
इसलिए तत्काल 90 फीसदी राशि का भुगतान किया जायेगा, शेष 10 फीसदी का भुगतान मूल्यांकन केंद्रों पर स्क्रूटनी के बाद किया जाये. स्क्रूटनी के क्रम में जिन मामलों में कुल योग में त्रुटि अथवा अमूल्यांकित उत्तर पाये जायेंगे. वैसे मामलों में 10 प्रतिशत अवशेष राशि से कुछ राशि कटौती कर भुगतान किया जायेगा.
वर्क लोड बढ़ा, पारिश्रमिक घटा : मूल्यांकन का बहिष्कार करने वाले परीक्षकों ने कहा कि इस बार वर्क लोड बढ़ गया है, जबकि पारिश्रमिक में कटौती करने का निर्देश दे दिया गया है. पहले मैथ में 12 प्रश्न जांच रहे थे. इस बार 19 प्रश्न है. ओएमआर शीट भी परीक्षकों को भरना होता है. 25 अंक तक के कॉपी जांचने पर 12, तो 50 अंक के कॉपी जांचने पर प्रति कॉपी 25 रुपये मिलते हैं.
बोर्ड ने समय में की कटौती, पांच से 11 मार्च तक मूल्यांकन
बोर्ड ने इस बार इंटर के मूल्यांकन के समय में भी कटौती की है. पहले 15 दिनों तक मूल्यांकन कार्य चलता था. इस बार सिर्फ छह दिन दिया गया है. पांच मार्च से 11 मार्च तक ही मूल्यांकन की तिथि निर्धारित की गयी है. एक दिन में परीक्षक को कम से कम 40 व अधिक 50 कॉपी की जांच करनी है.
बोर्ड को ई मेल, परीक्षकों से मूल्यांकन की अपील
डीइओ ने कहा कि 90 फीसदी भुगतान, पारिश्रमिक बढ़ाकर 30 रुपये करने और बकाये भुगतान की मांग को लेकर परीक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार किया है. तीनों मूल्यांकन केंद्रों के निदेशकों ने लिखकर दिया है. बोर्ड को इ मेल से जानकारी दे दी गयी है. परीक्षकों से अपील है कि वह कॉपी की जांच करें. बकाया भुगतान का बोर्ड ने पहले ही निर्देश दिया है. 10 फीसदी राशि स्क्रूटनी के बाद दे दी जायेगी.
केंद्र पर सीसीटीवी, परीक्षकों नेे कहा, लगा है जैमर
तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. मूल्यांकन प्रक्रिया की रिकाॅर्डिंग हो रही है. परीक्षकों के मोबाइल ले जाने पर मनाही है. परीक्षकों ने बताया कि केंद्र के अंदर जैमर लगा है. सुबह 10 से पांच बजे शाम तक केंद्र के बाहर भी परीक्षक नहीं निकल सकते हैं. सभी परीक्षक परिचय पत्र पहनकर मूल्यांकन कर रहे हैं.
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