पहल : बदलेगा बीएयू का बॉटनिकल गार्डन, हटेगा स्कूल

सबौर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय का पुराना बॉटनिकल गार्डन दुर्लभ प्रजातियों के प्लांट से सुसज्जित होनेवाला है. इसके लिए पहल जारी है. गार्डन के आधे भाग में चल रहा सरकारी विद्यालय भी स्थानांतरित होनेवाला है. इसके लिए सरकारी से विश्वविद्यालय को स्वीकृति भी मिल गयी है. क्या है मामला : आजादी से पूर्व पांच कृषि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2017 4:38 AM

सबौर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय का पुराना बॉटनिकल गार्डन दुर्लभ प्रजातियों के प्लांट से सुसज्जित होनेवाला है. इसके लिए पहल जारी है. गार्डन के आधे भाग में चल रहा सरकारी विद्यालय भी स्थानांतरित होनेवाला है. इसके लिए सरकारी से विश्वविद्यालय को स्वीकृति भी मिल गयी है.

क्या है मामला : आजादी से पूर्व पांच कृषि महाविद्यालयों में सबौर कृषि महाविद्यालय का भी नाम शुमार था. उस समय यहां स्थित बॉटनिकल गार्डन में दुर्लभ प्रजातियों के पौधे थे. लेकिन अब वह बात नहीं है. गार्डन के आधे भाग में 1942 से सरकारी कन्या मध्य विद्यालय चल रहा है. गार्डन का जो आधा भाग बचा है उसमें दुर्लभ प्रजातियों के प्लांट हैं. विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने पर तत्कालीन वीसी डॉ मेवालाल चौधरी ने गार्डन का जीर्णोद्धार कराया और यहां चल रहे विद्यालय को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए पहल शुरू की. फिर वर्तमान कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह ने इस पहल को और गति दी.
इसके सार्थक निकले और बिहार सरकार ने विद्यालय को वहां से स्थानांतरित करने का आदेश दिया. साथ ही जहां सरकारी विद्यालय को स्थानांतरित किया जाना है, उसके लिए विवि ने जमीन भी उपलब्ध करा दिया है. इसके बावजूद शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा स्कूल स्थानांतरण को लेकर कोई पहल नहीं होती देख विश्वविद्यालय पुन: संबंधित विभाग को रिमाइंडर देने की तैयारी कर रहा है ताकि जल्द से जल्द बॉटनिकल गार्डन अपने पुराने स्वरूप में आ सके. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सतीश वर्मा कहते हैं कि विश्वविद्यालय ने जहां जमीन उपलब्ध कराया है उसकी जांच की जा रही है. जांचोपरांत उच्चाधिकारी को रिपोर्ट दी जायेगा. विद्यालय भी काफी पुराना है और कन्या मध्य विद्यालय कॉलेज क्षेत्र के नाम से जाना जाता है.

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