रिजल्ट तैयार करनेवाली एजेंसी की रिपोर्ट तैयार
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में रिजल्ट तैयार करनेवाली बाइट शॉपी एजेंसी को अनुमति मामले को लेकर रविवार को विवि में जांच कमेटी की बैठक हुई. एजेंसी को विवि से अनुमति मिलने संबंधित फाइल को खंगाला गया. वर्ष 2014 से 2016 तक के फाइलों को जांच कमेटी ने देखा. तमाम चीजों को देखते हुए कमेटी ने […]
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में रिजल्ट तैयार करनेवाली बाइट शॉपी एजेंसी को अनुमति मामले को लेकर रविवार को विवि में जांच कमेटी की बैठक हुई. एजेंसी को विवि से अनुमति मिलने संबंधित फाइल को खंगाला गया. वर्ष 2014 से 2016 तक के फाइलों को जांच कमेटी ने देखा. तमाम चीजों को देखते हुए कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है.
कमेटी के सदस्य सोमवार को कुलपति को रिपोर्ट सौंपेंगे.बाइट शॉपी एजेंसी को रिजल्ट तैयार करने की लिखित अनुमति न तो पूर्व कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने दी थी और न ही विश्वविद्यालय की वित्तीय कमेटी ने. पूर्व कुलपति सहित वित्तीय समिति की बैठक में बार-बार एजेंसी को बदलने के लिए विज्ञापन निकालने की बात कही गयी है. इस बात का जिक्र वित्तीय कमेटी की बैठक के निर्णय में किया गया है. विवि के एक अधिकारी ने खुद से ही एजेंसी को काम देने की फाइल तैयार कर ली थी और एक वरीय अधिकारी ने हस्ताक्षर कर दिया था. हालांकि इस बात की पुष्टि अभी जांच कमेटी के कोई सदस्य नहीं कर रहे हैं. पूर्व के दो अधिकारियों का पक्ष जांच कमेटी के सदस्य ले सकते हैं. ऐसे में विवि प्रशासन रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्रवाई कर सकता है.
इसलिए करायी जा रही जांच : वर्ष 2015 में रिजल्ट तैयार करनेवाली एजेंसी की समयसीमा समाप्त हो गयी थी. बावजूद एजेंसी को काम दे दिया गया. इस कारण विश्वविद्यालय के वर्तमान प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी. जांच कमेटी में एमबीए के निदेशक डॉ पवन कुमार पोद्दार, डीन प्रो क्षेमेंद्र कुमार सिंह व एग्रो इकोनॉमिक्स के निदेशक डॉ बसंत झा शामिल हैं.