सृजन घोटाला . जेएलएमएनसीएच के मानसिक वार्ड के 11वें मरीज बने अमरेंद्र
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14 दिन तक चलेगी जांच, फिर तय होगा मानसिक रोगी हैं या नहीं
सृजन घोटाला . जेएलएमएनसीएच के मानसिक वार्ड के 11वें मरीज बने अमरेंद्र डॉ अशोक कुमार भगत के नेतृत्व में चल रहा इलाज इलाज के दौरान मरीज की पुरानी पर्ची भी देखी जायेगी भागलपुर : जिला नजारत के लिपिक अमरेंद्र कुमार यादव जेएलएमएनसीएच के मानसिक रोगी के वार्ड में 11 वें मरीज बने हैं. मानसिक रोग […]
डॉ अशोक कुमार भगत के नेतृत्व में चल रहा इलाज
इलाज के दौरान मरीज की पुरानी पर्ची भी देखी जायेगी
भागलपुर : जिला नजारत के लिपिक अमरेंद्र कुमार यादव जेएलएमएनसीएच के मानसिक रोगी के वार्ड में 11 वें मरीज बने हैं. मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ अशोक कुमार भगत के नेतृत्व में अमरेंद्र कुमार यादव का अगले 14 दिन तक इलाज चलेगा. इलाज के दौरान मरीज की पुरानी पर्ची भी देखी जायेगी. मानसिक रोग से जुड़ी तमाम जांच भी अमरेंद्र यादव की होगी. जांच रिपोर्ट मिलने पर डॉक्टरों की टीम यह कह पायेगी कि अमरेंद्र मानसिक रोगी हैं या नहीं. डॉक्टरों के मुताबिक 14 दिनों तक अमरेंद्र यादव की हर हलचल पर नजर रखी जायेगी.
फरार होने पर दो-दो बार भेजा गया नोटिस. एसआइटी की पूछताछ के दौरान फरार हुए अमरेंद्र यादव को जिला प्रशासन ने दो-दो बार नोटिस भेजा था. फरार होने पर यह सवाल उठे थे कि समाहरणालय के एक कर्मी डीएम के स्टेनो रहे प्रेम कुमार को गिरफ्तार किया गया था, अगला नंबर एसआइटी का अमरेंद्र कुमार ही था. एसआइटी की गिरफ्तारी के डर से अमरेंद्र भाग गया. जब मामला सीबीआइ को चला गया और एक-एक गिरफ्तारी का भय समाप्त होता गया. इस तरह अमरेंद्र वापस आ गया और मेडिकल बोर्ड से जांच करवाकर योगदान करने का आवेदन दिया.
मेडिकल बोर्ड को अमरेंद्र ने बतायी थी बीमारी
À बंद कमरे में रहने पर धड़कन बढ़ने व सांस लेने में तकलीफ होती है.
Àकिसी बात को लेकर सोचने पर पैर लड़खड़ाने लगता है.
Àउत्तर प्रदेश के डॉक्टर की पर्ची में नींद नहीं आने पर दवा की सलाह दी गयी थी.
पहले जगदीशपुर में कार्यरत था अमरेंद्र
पूर्व डीएम वीरेंद्र कुमार के कार्यकाल में सहायक नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव जिला नजारत में आये थे. इससे पहले वह जगदीशपुर प्रखंड में कार्यरत था.
सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने बताया था फिट
लंबे समय तक गायब रहने के बाद अचानक आये जिला नजारत के लिपिक अमरेंद्र यादव की सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड में जांच करायी गयी थी. उस जांच में बोर्ड ने उसे फिट पाया था.
सर्किट हाउस व डीएम कार्यालय की सेवा से हटे अमरेंद्र
जिला नजारत शाखा के वरीय प्रभारी जितेंद्र प्रसाद साह ने सृजन घोटाले के बाद शाखा में कर्मियों की बड़े पैमाने पर जिम्मेदारी बदल गयी. हेड नाजिर ओम श्रीवास्तव बने हैं और उनके नहीं रहने पर लिपिक दीपक कुमार झा को प्रभारी बनाया गया है. लिपिक दीपक कुमार झा को महत्वपूर्ण पत्राचार व प्रतिवेदन का संकलन करने के लिये दिया गया है. सर्किट हाउस व डीएम कार्यालय की सेवा से अमरेंद्र यादव को हटा दिया गया. उनके कई काम सहायक नाजिर प्रभात मोदी को दे दिये गये. उनके नहीं रहने पर काम आफताब आलम शम्सी देखेंगे.
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