कार्रवाई. 77 लाख से अधिक की संपत्ति का पता चला, मामला दर्ज
भागलपुर/पटना : भागलपुर के जिला आपूर्ति पदाधिकारी देवेंद्र कुमार दर्द के खिलाफ निगरानी ब्यूरो ने 77 लाख 85 हजार से ज्यादा का आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है. गुरुवार को दो शहरों पटना और भागलपुर में उनके चार से ज्यादा ठिकानों पर देर शाम तक छापेमारी चली. इस दौरान पटना के अंबेदकर नगर (जगदेव पथ के पास) स्थित एक अपार्टमेंट में उनके फ्लैट की तलाशी ली गयी. इसके अलावा भागलपुर स्थित उनके आवास व कार्यालय में गहन छानबीन की गयी.
गया जिला के टेटुआ के रहनेवाले देवेंद्र के फ्लैट और आवास से 30 लाख से ज्यादा के गहने, एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा के जमीन के कागजात और करीब डेढ़ लाख रुपये कैश मिले. जमीन के 19 प्लॉट मिले हैं, जो पटना और गया में है. जमीन का बाजार मूल्य एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा है.
डीएसओ के पटना…
पटना स्थित उनके फ्लैट में ही सभी गहने और 15 हजार रुपये नकद के अलावा अलग-अलग बैंकों के 18 पासबुक, एक बैंक लॉकर की चाभी तथा 16 जमीन के कागजातों के साथ-साथ चार जमीन प्लॉट के एग्रीमेंट के कागजात भी मिले हैं. इनके आवास से आइ-20 कार भी बरामद की गयी है. गया में एक फ्लैट के कागजात भी मिले हैं. भागलपुर स्थित आवास की तलाशी के दौरान 66 हजार से ज्यादा नकद बरामद किये गये हैं. फिलहाल इनसे जुड़े अन्य सभी मामलों की जांच चल रही है. जांच पूरी होने के बाद यह राशि बढ़ भी सकती है.
देवेंद्र दर्द के खाते में प्रत्येक माह जाता है 52 हजार रुपये : बिहार प्रशासनिक सेवा के देवेंद्र कुमार दर्द को वर्तमान में प्रत्येक माह वेतन के रूप में 52 हजार रुपये खाता में जाता है. उनका कुल वेतन करीब 70 हजार रुपये का है.
मेडिकल कॉलेज में पढ़ती है एक पुत्री : देवेंद्र कुमार दर्द के दो पुत्री और एक पुत्र है. उनकी एक पुत्री फिलहाल महाराष्ट्र की डीवाइ पाटिल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. बताया जाता है कि इस कॉलेज में डोनेशन के रूप में एडमिशन कराने में करीब एक करोड़ रुपये लग जाता है.
भागलपुर के झौवा कोठी स्थित आवास पर छापेमारी करती निगरानी की टीम व जिला आपूर्ति पदाधिकारी (इनसेट में).
अपने और पत्नी के नाम पर पटना व गया में मिले जमीन के 19 प्लॉट
लाखों के जेवरात बरामद
पटना से निगरानी के डीएसपी के नेतृत्व में
छह सदस्यीय टीम पहुंची थी भागलपुर
भागलपुर में कार्यालय से कागजात जब्त : पटना से आयी निगरानी विभाग की टीम ने भागलपुर समाहरणालय स्थित कार्यालय से कुछ कागजात जब्त किये. प्रशासन से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी की मौजूदगी में उनके आवास की दरवाजा तोड़ कर जांच की गयी जिसमें नकदी के अतिरिक्त जमीन से जुड़े कागजात, एलआइसी बांड आदि जब्त किये गये. देर शाम तक घर से मिले सामान की सूची बनाने का काम चलता रहा. 2016 में आये थे भागलपुर
जिला आपूर्ति पदाधिकारी देवेंद्र कुमार दर्द जुलाई 2016 में भागलपुर आये थे. यहां से पहले वह सीवान में उक्त पद पर ही कार्यरत थे. सीवान में ट्रांसफर से पहले वह तीन वर्ष से अधिक समय तक सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं. वर्तमान में जिला आपूर्ति पदाधिकारी के अलावा वह समेकित बाल विकास विभाग(आइसीडीएस) के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी व विधि शाखा के भी प्रभार में थे.
सुबह 10 बजे भागलपुर पहुंची थी टीम
निगरानी के डीएसपी विनोद कुमार के साथ दो इंस्पेक्टर व दो जमादार सहित छह सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे भागलपुर पहुंची थी. यहां से निगरानी के एडिशनल एसपी संजय भारती अपने सहयोगी राकेश राय और मुकेश कुमार के साथ समाहरणालय स्थित आपूर्ति पदाधिकारी के कार्यालय गये. पता लगा कि आपूर्ति पदाधिकारी पटना में किसी विभागीय मीटिंग को लेकर बुधवार की शाम में ही निकल गये हैं. निगरानी की टीम ने कार्यालय के कर्मियों को बुलाया और पूछताछ करने लगे. उन्होंने पदाधिकारी के बैठने वाले कार्यालय की जांच की और कुछ कागजात को जब्त किया. उसके बाद टीम झौवाकोठी स्थित उनके आवास पर गयी. वहां दरवाजे पर ताला बंद रहने के कारण निगरानी की टीम जिलाधिकारी आदेश तितरमारे से मिली.
सुबह 10 बजे भागलपुर…
डीएम के निर्देश पर बीडीओ जगदीशपुर चंद्रभूषण प्रसाद को दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया और दंडाधिकारी की उपस्थिति में निगरानी की टीम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी के आवास का दरवाजा खोला और वहां पर एक-एक कागजात की जांच की.