नवगछिया : नवगछिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन ने कहा है कि प्रखंड कार्यालय नवगछिया द्वारा जमा की गयी राशि की खाते में जमा नहीं होने के पश्चात समय समय पर प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा उक्त खाते से काटे गये चेक का भुगतान होता रहा. जिस तिथि में चेक काटा गया प्राय: उसी तिथि में खाते में राशि जमा कर निकासी कराया जाता रहा. बीडीओ का कहना है कि जांच के क्रम में उन्होंने पाया कि यह प्रथम दृष्टया सरकारी राशि की हेराफेरी और जालसाजी का मामला है.
बैंक पासबुक और बैंक स्टेटमेंट में हर तिथि को राशि में भिन्नता आयी. यह मूल राशि हो या सूद की राशि दोनों तरह की राशि में भिन्नता है. बैंक द्वारा चेकों एवं राशि का जबरदस्त हेराफेरी की गयी है. उक्त अवधि में उपलब्ध कराये गयी बैंक विवरणी में उपरोक्त जमा राशि की प्रवृष्टि नहीं है. बीडीओ का कहना है कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर इंडियन बैंक भागलपुर शाखा के खाते से बैंक द्वारा जालसाजीपूर्ण षड्यंत्र द्वारा खाते को अनाधिकृत नियंत्रण में रख सरकारी राशि की अवैध निकासी की बात हुई. बैंक द्वारा खाते से बड़ी राशि की अवैध वित्तीय व्यवहार की जानकारी प्रखंड प्रशासन को कभी नहीं दी गयी.
प्रखंड नजारत का महालेखाकार लेखा परक्षीण वित्त के अंकेक्षण दल द्वारा भी बैंक के अद्यतन पासबुक का मिलान किया जाता रहा है. जिसमें किसी प्रकार का अंतर नहीं है. इस खाते से निर्गत कभी भी कोई चेक अप्रतिष्ठित नहीं हुआ है. इस प्रकार बैंक द्वारा प्रशासन को अंधेरे में रखते हुए और मांगे जाने पर जाली पासबुक व विवरणी उपलब्ध करा कर जालसाजी को अंजाम देने का प्रयास किया गया है. बीडीओ ने कहा है कि इस मामले में इंडियन बैंक भागलपुर के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, सभी पदधारकों एवं एवं संदिग्ध शामिल व्यक्तियों के द्वारा आपराधिक षड्यंत्र, सरकारी लेखा पुष्ट अभिलेखों से आपराधिक छेड़ छाड़ एवं भ्रष्ट आचरण के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.