भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो रमा शंकर दुबे के कार्यकाल में नयी गाड़ी के बदले खरीद की गयी सेकेंड हैंड गाड़ी मामले में तीन दिन बीत जाने के बाद पांच लोगों ने स्पष्टीकरण रजिस्ट्रार को सौंपा है. विवि द्वारा गाड़ी संबंधित संचिका उपलब्ध नहीं कराने पर वित्तीय अधिकारी व वित्तीय सलाहकार ने स्पष्टीकरण नहीं दिया है.
सूत्रों के अनुसार जांच इंजीनियर अंजनी कुमार, गाड़ी प्रभारी मुरारी मिलन अरुण, पूर्व रजिस्ट्रार, चालक गोस्वामी व चालक नकुल मंडल ने जवाब दिया है. हालांकि मामले को लेकर विवि थाना पुलिस ने सोमवार को चालक से पूछताछ की. इंजीनियर के छुट्टी पर रहने से उनसे पुलिस पूछताछ नहीं कर पायी. विवि सूत्रों के अनुसार गाड़ी खरीद के लिए विवि ने मार्च 2016 में ही 14 लाख से अधिक की राशि का चेक जारी किया था. डेढ़ माह बाद मई में गाड़ी विवि में लायी गयी.
इस दौरान एजेंसी के द्वारा गाड़ी के कीमत पर कुछ छूट दी जा रही थी. सवाल उठता है कि उस छूट का लाभ लेने के लिए डेढ़ माह पहले चेक जारी तो नहीं कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट में कई ऐसे चीजों के बारे में जानकारी दी गयी है. गाड़ी मामले में कुछ लोगों की पुलिस गिरफ्तारी जल्द कर सकती है. विवि थानाध्यक्ष समरेंद्र कुमार ने बताया गाड़ी मामले से जुड़ी फाइल विवि से मिल गयी है. फाइल की जांच की जा रही है. जल्द ही बचे लोगों से गाड़ी मामले में पूछताछ की जायेगी.