भागलपुर : सरकारी राशि के फर्जीवाड़े मामले में राज्य सरकार ने चार नये मामलों की जांच सीबीआइ से कराने की अधिसूचना जारी की है. इसमें तीन मामले भागलपुर में जबकि एक मामला बांका में दर्ज किया गया है.
भागलपुर में कल्याण विभाग के 83 करोड़, डीआरडीए के 56 करोड़ व सृजन के सभी पदधारकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बांका में जिला भू-अर्जन कार्यालय के 83 करोड़ रुपये गबन के मामले में जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
सीबीआइ को सौंप दी गयीं घोटाले की फाइलें : सृजन द्वारा करोड़ों की सरकारी राशि की जालसाजीपूर्वक निकासी मामले में सीबीआइ टीम सोमवार तक केस से जुड़ी फाइलें
टेकओवर करती रही. सुबह से लेकर देर शाम तक सीबीआइ टीम एसएसपी के आवास पर जमी रही. टीम समाहरणालय परिसर व संबंधित बैंकों में जांच के लिए मंगलवार को दस्तक दे सकती है. उधर सोमवार शाम जांच टीम के नजारत शाखा के पूर्व हेड क्लर्क जगदीश मोदी की तलाश को लेकर कुतुबगंज जाने की चर्चा होती रही. जगदीश मोदी से भी इस मामले में पूछताछ होनी है. सीबीआइ की टीम सुबह और फिर देर रात भी गयी थी.
दूसरी ओर सहरसा में तीन सदस्यीय टीम ने अपने दौरे के तीसरे दिन सदर थाना पहुंच थानाध्यक्ष सह कांड के अनुसंधानकर्ता भाई भरत कुमार से सृजन घोटाले से संबंधित दर्ज मामले का प्रभार लिया. रविवार की रात कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण देर रात टीम वापस चली गयी थी. सोमवार को पुन: सदर थाने पहुंच मामले का प्रभार ग्रहण किया गया. सदर थानाध्यक्ष भाई भरत ने बताया कि टीम को सभी कागजात व पुलिस के द्वारा किये गये अबतक के अनुसंधान से अवगत करा दिया गया है.
प्रभार ग्रहण करने के बाद टीम ने कोसी चौक स्थित काडा परिसर स्थित विशेष भू-अर्जन कार्यालय पहुंच मामले की तहकीकात की. बंद कमरे में लगभग डेढ़ घंटे तक टीम विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी राजकुमार से मामले की जानकारी ली गयी. टीम ने कई फाइलों को खंगाला.
सरकार ने जारी की अधिसूचना
सहरसा में भी सीबीआइ की टीम ने घोटाले
से संबंधित दर्ज मामले का प्रभार लिया
जेल में बंद आरोपित सुनीता चौधरी की बेल फाइल
जेल में बंद छह आरोपितों के स्वास्थ्य की हुई जांच
दो लोगों को खून की कमी
सृजन फर्जीवाड़ा मामले में जेल में बंद छह आरोपितों को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में स्वास्थ्य जांच कराने के लिए लाया गया. उनमें दो आरोपितों पूर्व जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार व बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व मैनेजर एके सिंह को अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कर लिया गया. बताया गया कि इन दोनों आरोपितों को खून की कमी है.
राबड़ी देवी के कार्यकाल में सृजन को मिली थी जमीन : शाहनवाज
सोमवार को भागलपुर के एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सृजन को तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कार्यकाल में सबौर में सरकारी जमीन आवंटित की गयी थी. उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के लोग सृजन मामले में संलिप्त होंगे, तो सीबीआइ कड़ी कार्रवाई करेगी.
फोटो खिंचवाने के सवाल पर बोले कि वे जनप्रतिनिधि हैं, कोई भी उनके साथ फोटो खिंचा सकता है.