नौनिहाल कलाकारों की नर्सरी बन चुका है अपना शहर
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कला को मिल रही सतरंगी उड़ान भागलपुर के कलाकार राष्ट्रीय पटल पर
नौनिहाल कलाकारों की नर्सरी बन चुका है अपना शहर भागलपुर : कला-संस्कृति के क्षेत्र में भागलपुर का समृद्धशाली इतिहास रहा है. यहां के कलाकारों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुका है. सीमित संसाधन में यहां के नौनिहाल कलाकार संतरंगी उड़ान भर रहे हैं. इस उड़ान को पंख देने में यहां की सांस्कृतिक संस्था व […]
भागलपुर : कला-संस्कृति के क्षेत्र में भागलपुर का समृद्धशाली इतिहास रहा है. यहां के कलाकारों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुका है. सीमित संसाधन में यहां के नौनिहाल कलाकार संतरंगी उड़ान भर रहे हैं. इस उड़ान को पंख देने में यहां की सांस्कृतिक संस्था व अभिभावक सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं. इसी का परिणाम है कि भागलपुर को यहां के नन्हे व किशोर कलाकार भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
सितार वादन में प्रदेश में विजेता रही गुणनिधि
बांका की गुणनिधि प्रकाशलाल पंडित ने इसी साल प्रदेश स्तर पर सितारवादन में प्रथम स्थान प्राप्त कर भागलपुर का नाम रोशन किया. 2014 से कला केंद्र में गुरु राय प्रवीर कुमार से सितार वादन की तालिम ले रही है. इसी का परिणाम है, कि अब इस मुकाम तक पहुंची. गुणनिधि निम्न मध्यवर्गीय परिवार से है. गुणनिधि ने बताया कि वह भागलपुर में ट्यूशन पढ़ाकर पढ़ाई कर रही है. पिता का साया सिर से उठ चुका है.
अभिनेत्री बनना चाहती है स्वस्ति नित्या
भागलपुर की बाल कलाकार स्वस्ति नित्या राष्ट्रीय स्तर पर रियलिटी शो में विनर बन कर भागलपुर का नाम कर चुकी है. अब स्वस्ति की चाह पढ़ाई पूरी करने की है. स्नातक के बाद न्यूयॉर्क के लिभ ट्रस्ट बर्ग परफॉर्मिंग आर्ट यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का सपना है. स्वस्ति ने बताया कि यहां पर पूरी दुनिया से हर साल 30 लोगों का ही सेलेक्शन होता है. पढ़ाई पूरी करने के बाद अभिनेत्री बनने का सपना है. भागलपुर से उसे काफी उम्मीद है. भागलपुर के बच्चे भी बेहतर परफॉर्मेंस कर रहे हैं. मालूम हो कि पहली बार 2008 में स्वस्ति ने सोनी चैनल पर बुगी-बुगी और कलर्स पर चक धूम-धूम दोनों में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. 2010 में नचले-वे में विनर बनी थी. छोटे मियां 2012 में कलर्स चैनल पर विनर रही. जीटीवी इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज 2015-16 में विनर रही. कलर्स पर झलक दिखला जा में सिलब्रिटी के रूप में टॉप फाइव तक पहुंची. स्वस्ति अभी माउंट असीसी में आठवीं में पढ़ाई कर रही है. स्वस्ति ने इस सफलता का श्रेय माता सुषमा मिश्रा, पिता मानस मिश्रा, दादा अक्षय मिश्रा एवं दादी कृष्णा मिश्रा समेत अपने गुरु व मित्रों को देती है.
कत्थक में धूम मचा रही है
स्नेहा बसाक
माउंट असीसी में 12वीं में पढ़ रही स्नेहा बसाक चार वर्ष की उम्र से ही कत्थक नृत्य कर रही है. कत्थक गुरु मिथिलेश के आशीर्वाद से भागलपुर महोत्सव, सृजन मेला समेत स्कूल कॉम्पीटिशन में प्रथम पुरस्कार जीत चुकी है. 2017 में युवा उत्सव में जिला स्तर पर टॉप रही. फिर प्रदेश स्तर के कत्थक प्रतियोगिता में अपनी प्रतिद्वंदी को लोहा मनवाते हुए द्वितीय स्थान पर पहुंची. स्नेहा की माता सुप्रिया बसाक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि स्कूल डिबेट कॉम्पीटिशन में नेशनल के लिए चयन हुआ है.
अभी शास्त्रीय संगीत के प्रति रुझान थोड़ा कम हुआ है. फिर भी आधुनिक संगीत में मिक्स कर इससे बचाने की तैयारी की जा रही है. नये बच्चे लोक नृत्य की जानकारी नहीं रखते. प्रयास है कि शहर के बच्चे लोकनृत्य को समझे. अब तो गोदना, डोमकच, झिंझिया, जट-जटिन जैसे स्थानीय लोक नृत्य से दूसरे प्रदेश के लोगों को भी अवगत करा रहे हैं.
श्वेता भारती, निदेशक, ताल नृत्य संस्था
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