नवगछिया: नवगछिया स्थित विजय घाट के निर्माणाधीन पुल पर एक सेगमेंट लदे बड़े ट्रक के पलटने से चालक और खलासी की सेगमेंट के नीचे दबने से मौत हो गयी. बड़ी मुश्किल से पुलिस और पुल पर कार्यरत कर्मचारियों ने ट्रक में फंसे शवों को बाहर निकाला.
मृतकों में चालक मुजफ्फरपुर जिले के विशुनपुर स्थित कांटी थाने के गृह संख्या 198 का निवासी गजेंद्रनाथ तिवारी (38) और खलासी सहरसा जिले के पतरघट अंचल के पामा गांव निवासी मिथिलेश कुमार (29) हैं. दुर्घटना की सूचना पुल के निर्माण में लगी एजेंसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज मोहन प्रजापति ने स्थानीय पुलिस को दी.
मौके पर पहुंची नवगछिया पुलिस ने वाहन में फंसे शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया. श्री प्रजापति ने कहा कि दोनों कर्मचारियों के परिजनों को सूचना दे दी गयी है. घटना का कारण एजेंसी द्वारा निर्माण किया गया खराब संपर्क पथ और ट्रक पर सेगमेंट को कमजोर लोहे की जंजीर से बांधना बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार करीब 12 बजे चालक और खलासी सेगमेंट लदे ट्रक को पुल के निर्माण स्थल पर ले जा रहे थे.
निर्माण स्थल से करीब सौ मीटर दूर एजेंसी द्वारा बनाये गये संपर्क पथ पर चक्का धंस जाने और चालक द्वारा ब्रेक लगा दिये जाने से सेगमेंट की जंजीर टूट गयी. सेगमेंट का एक हिस्सा ट्रक के आगे के भाग पर गिर गया. चालक और खलासी सौ टन के सेगमेंट के नीचे दब गये और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. एजेंसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज मोहन प्रजापति ने कहा कि दोनों मृतकों के परिजनों को बीमा की रकम का जल्द भुगतान करवाया जायेगा. एजेंसी के तरफ से मुआवजे की राशि भी दी जायेगी. हादसे के बाद बुधवार को दिन भर कार्य बाधित हो गया. देर शाम तक मृतकों के परिजन नवगछिया पहुंच चुके थे. हादसे की प्राथमिकी देर रात तक नवगछिया थाने में दर्ज नहीं की गयी थी. नवगछिया के थानाध्यक्ष एके आजाद ने कहा कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई संभव है.
कहते हैं प्रोजेक्ट इंचार्ज : प्रोजेक्ट इंचार्ज मोहन प्रजापति का कहना है किसी तरह की अनियमितता नहीं बरती गयी है. चालक की गलती से वाहन धंसा और यह हादसा हुआ.