भागलपुर: लोकसभा चुनाव में पूर्व बिहार और संताल परगना (झारखंड) के सात जिलों में नक्सली और अपराधी गड़बड़ी फैला सकते हैं. चुनाव से पूर्व एक से दूसरे जिले में ये नक्सली-अपराधी घुसपैठ कर भागलपुर, बांका और संताल परगना के देवघर, दुमका व गोड्डा जिले की सीमा से सटे बूथों पर कब्जा कर सकते हैं. मतदाताओं को प्रभावित कर किसी के पक्ष में वोट डलवा सकते हैं. इस आशंका को देखते हुए बांका पुलिस ने 30 शीर्ष नक्सली और अपराधियों की सूची जारी की है. ये सारे अपराधी और नक्सली भले ही बांका, भागलपुर में सक्रिय हैं, लेकिन इनका ठिकाना संताल परगना में है. कुछ अपराधी जेल में भी है. इन पर पुलिस ने निगरानी का प्रस्ताव दिया है.
भागलपुर-साहेबगंज सीमा पर कड़ी चौकसी
उधर, भागलपुर से सटे साहेबगंज (झारखंड) के सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है. भागलपुर के अपराधी साहेबगंज और साहेबगंज के अपराधी भागलपुर जिले में घुसपैठ कर सकते हैं. इस कारण बिहार-झारखंड की सीमा पर चेक पोस्ट बनाया गया है. हर आने-जाने वाले की जांच अभी से ही शुरू हो गयी है. गंगा नदी से भी अपराधियों की घुसपैठ की सूचना मिली है. इस कारण गंगा नदी में बोट से गश्ती हो रही है. साहेबगंज और भागलपुर के दियारा इलाके में घुड़सवार पुलिस को गश्ती में लगाया गया है.
चुनाव से पूर्व कांबिंग और एलआरपी चलाने के लिए चार कंपनी पारा मिलिटरी फोर्स मंगवाया गया है. एक कंपनी की तैनाती बिहार-झारखंड की सीमा पीरपैंती में की गयी है और बॉर्डर इलाके में सघन कांबिंग चलाया जा रहा है, ताकि नक्सली और अपराधियों की घुसपैठ को रोका जा सके.
राजेश कुमार, एसएसपी, भागलपुर
संताल परगना से सटे बिहार के जिले भागलपुर, बांका, जमुई आदि के आला पुलिस अधिकारियों के साथ जल्द ही बैठक होने वाली है. इसमें हमलोग एक-दूसरे से समन्वय स्थापित कर चुनाव में काम करने पर विचार करेंगे, ताकि अपराधी-नक्सलियों की घुसपैठ को रोका जा सके.
प्रिया दुबे, डीआइजी, दुमका