जेएलएनएमसीएच . परिजनों का आरोप, मर रहा था बुजुर्ग, गायब थे डॉक्टर
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मरीज की मौत पर किया हंगामा
जेएलएनएमसीएच . परिजनों का आरोप, मर रहा था बुजुर्ग, गायब थे डॉक्टर भागलपुर : समय से ड्यूटी पर न पहुंचने की डॉक्टरों की आदत एक बार फिर जेएलएनएमसीएच (मायागंंज हॉस्पिटल) में हंगामा का कारण बनी. शनिवार की दोपहर दो बजे इमरजेंसी वार्ड से आइसीयू शिफ्ट किये गये मरीज की मौत हो गयी. मृतक के परिजनों […]
भागलपुर : समय से ड्यूटी पर न पहुंचने की डॉक्टरों की आदत एक बार फिर जेएलएनएमसीएच (मायागंंज हॉस्पिटल) में हंगामा का कारण बनी. शनिवार की दोपहर दो बजे इमरजेंसी वार्ड से आइसीयू शिफ्ट किये गये मरीज की मौत हो गयी. मृतक के परिजनों ने आइसीयू में डॉक्टर को नहीं पाया तो इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. करीब 15 मिनट तक चले हंगामे के बाद परिजन लाश लेकर घर चले गये. लापरवाही इस हद तक रही कि इमरजेंसी में तैनात कर्मचारी लाश का इंतजार करते रहे और इधर परिजन पिछले दरवाजे पर एंबुलेंस मंगवा कर घर चले गये.
मोजाहिदपुर थानाक्षेत्र के मौलानाचक निवासी मोहम्मद सलाम को एक्यूट मायोकार्डियल इनफ्रक्शन (एक्यूट एमआइ) हाेने पर उसे शनिवार की सुबह 7:50 बजे इमरजेंसी के एस 16 बेड पर भरती किया गया. दोपहर बाद उसकी हालत और बिगड़ी तो उसे डॉक्टरों ने दोपहर बाद 1:50 बजे इमरजेंसी से आइसीयू वार्ड रेफर कर दिया गया. वहां मो सलाम की दोपहर बाद 2:15 बजे मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. समझाने पर भी मानने के बजाय परिजनों ने उग्र रूप धारण किया तो डर के मारे नर्से जहां-तहां दुबक गयीं. हंगामा कर रहे परिजनों का आरोप था कि मो सलाम को जब आइसीयू में भरती किया गया, तब आइसीयू में कोई डॉक्टर नहीं था. डॉक्टर न रहने की दशा में मो सलाम इलाज के लिए तड़पता रहा और आधे घंटे के बाद उनकी मौत हो गयी. करीब 25 मिनट तक हंगामा होने के बाद कंट्रोल रूम का मैनेजर, गार्ड व चिकित्सक आदि मौके पर पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को शांत किया. इसके बाद परिजन लाश लेकर चले गये.
इमरजेंसी में लाश का होता रहा इंतजार, इधर मरीज लाश लेकर चले गये : मरीज की मौत के बाद नियमत: लाश को इमरजेंसी में लाया जाना चाहिए था. जहां चिकित्सक उसकी मौत को प्रमाणित करते. तब जाकर उसकी लाश को परिजन ले जाते. लेकिन हंगामे के बाद इमरजेंसी में लोग लाश का इंतजार करते रहे और परिजन आब्स एंड गायनिक वाले गेट पर एंबुलेंस बुला कर लाश लेकर घर चले गये. इस दौरान बीएचटी आइसीयू में पड़ी हुई थी.
मामले की जानकारी मुझे नहीं दी गयी, जबकि मैं अपने कार्यालय में पौने तीन बजे तक बैठा रहा. डॉक्टर का अपने वार्ड में न रहना गलत है. कल इस मामले को लेकर पूछताछ करूंगा. फिर किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकूंगा.
डॉ आरसी मंडल, अधीक्षक जेएलएनएमसीएच भागलपुर
चिकित्सकों के मुताबिक, मरीज मृत था, इसलिए नहीं किया गया भरती
मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में इलाज करा रहे मरीज को वहां से रेफर किये जाने के बाद जेएलएनएमसीएच हॉस्पिटल ले जाया गया. परिजनों के आरोपों की माने तो इमरजेंसी में मरीज को भरती नहीं किया, जिससे मरीज की मौत हो गयी. पीरपैंती क्षेत्र के मलखपुर निवासी अभिषेक कुमार यादव का मैक्स हाॅस्पिटल दिल्ली में इलाज चल रहा था. वहां से उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. हताश परिजन अभिषेक काे लेकर शनिवार की शाम पांच बजे मायागंज हॉस्पिटल के इमरजेंसी पहुंचे. परिजनों के आरोपों को माने तो अभिषेक को इमरजेंसी में भरती नहीं किया गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. जबकि चिकित्सकों का कहना है कि मरीज को मृत अवस्था में लाया गया था, इसलिए उसको एडमिट नहीं किया गया.
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