कहलगांव : पीरपैंती व गंगा दियारा में पिछले कई वर्षों से उत्पात मचा रहे बाखरपुर के अपराधी भिखारी सिंह (28) को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. कहलगांव के एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में बाखरपुर थाने की पुलिस ने भिखारी को उसके घर से पकड़ा. पुलिस की घेराबंदी देख उसने भागने का प्रयास भी किया था. छापेमारी में बाखरपुर ओपी के एएसआइ श्यामा प्रसाद ओझा, सैप जवान दीनानाथ सिंह, सुरेंद्र कुमार, शिवमुनि राय, राजेंद्र प्रसाद सिंह शामिल थे.
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बाखरपुर का अपराधी भिखारी सिंह गिरफ्तार
कहलगांव : पीरपैंती व गंगा दियारा में पिछले कई वर्षों से उत्पात मचा रहे बाखरपुर के अपराधी भिखारी सिंह (28) को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. कहलगांव के एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में बाखरपुर थाने की पुलिस ने भिखारी को उसके घर से पकड़ा. पुलिस की घेराबंदी देख उसने भागने का […]
कई मामलों में संलिप्त है भिखारी : एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि भिखारी सिंह पिछले छह साल से लूट व रंगदारी जैसी घटनाओं
बाखरपुर का अपराधी…
को पीरपैंती व दियारा क्षेत्र में अंजाम दे रहा था. इसके गिरोह में आधा दर्जन अपराधी हैं. गंगा पार कटिहार व पीरपैंती से सटे झारखंड के इलाके में भी इसके गिरोह का आतंक था. अब तक सात कांडों में इसकी संलिप्तता सामने आयी है. पीरपैंती बाजार में इसका गिरोह बाइक चोरी करता है और दियारा इलाके में रंगदारी वसूलता है. गिरोह के सदस्य सुमन कुंवर को हाल ही में पीरपैंती पुलिस ने दो चोरी की बाइक के साथ
गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसके गिरोह में सुमन कुंवर, मुकेश कुमार के अलावा झारखंड लालबथानी के कुछ अपराधी शामिल हैं. भिखारी सिंह व सुमन कुंवर की गिरफ्तारी के बाद अब भिखारी की निशानदेही पर लालबथानी के अपराधियों की तलाश की जा रही है.
पुर्व में मोहन ठाकुर गिरोह का सदस्य था भिखारी
भिखारी सिंह पूर्व में मोहन ठाकुर व बासुकी ठाकुर गिरोह का सदस्य था. मोहन ठाकुर व बासुकी ठाकुर के अलग होने पर यह मोहन ठाकुर के साथ चला गया. मोहन ठाकुर ने गंगा पार कटिहार में अपना ठिकाना बना लिया, तो भिखारी ने अपना गिरोह बना लिया.
छह साल का है आपराधिक इतिहास
भिखारी का आपराधिक इतिहास छह साल पुराना है. सात मई 2012 को पीरपैंती थाने में इसके खिलाफ कांड संख्या 73/12 में भादवि की धारा 341, 324, 448, 354, 379, 506 व 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके बाद से लूट व रंगदारी के कई मामले में इसकी संलिप्तता सामने आयी. कहा जाता है कि पुलिस फाइल में इसके खिलाफ दर्ज मामलों से कहीं अधिक घटनाओं को इसने अंजाम दिया.
एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने कहा कि भिखारी सिंह के आपराधिक इतिहास को एकत्रित करने के लिये गंगा पार कटिहार जिला और पीरपैंती सीमा से सटे झारखंड के थानों से भी संपर्क किया जा रहा है.
लूट, आर्म्स एक्ट, गोलीबारी व रंगदारी मांगने के मामले में था वांछित
कटिहार व पीरपैंती से सटे झारखंड में भी था भिखारी का आतंक
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