नरकटियागंज में योगदान लेने एक साथ पहुंचे तीन हजार चुनाव कर्मी

छठे चरण के लोक सभा चुनाव को लेकर यहां गुरुवार को तीन हजार मतदान कर्मियों के अलावा कुल करीब चार हजार चुनाव कर्मियों और अधिकारियों से कृषि बाजार परिसर पट गया.

By Prabhat Khabar Print | May 23, 2024 9:33 PM

नरकटियागंज. छठे चरण के लोक सभा चुनाव को लेकर यहां गुरुवार को तीन हजार मतदान कर्मियों के अलावा कुल करीब चार हजार चुनाव कर्मियों और अधिकारियों से कृषि बाजार परिसर पट गया. चुनाव में शामिल होने वाले मतदान कर्मी और पीठासीन पदाधिकारी अपने अपने पुलिस पदाधिकारियों के साथ कृषि बाजार परिसर अवस्थित मतदान योगदान स्थल पर पहुंच कर योगदान लेते रहे. वहीं योगदान को लेकर वाल्मीकिनगर लोक सभा चुनाव प्रभारी सह एसडीएम राजीव कुमार सिंह, नगर आयुक्त बेतिया शंभू कुमार, वरीय उपसमाहर्ता अहमद अली अंसारी, नरकटियागंज पहुंचे और नरकटियागंज, सिकटा विधान सभा के लिए योगदान की जानकारी ली. एडीएम श्री सिंह ने योगदान लेने वाले कर्मियों से भी पूछताछ की और उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हो रही है, इस बारे में अद्यतन जानकारी ली. एडीएम दोनों विधान सभाओं के लिए बने अलग-अलग योगदान की व्यवस्था देख गदगद दिखे. इस दौरान अनुमंडल निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता, सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह डीसीएलआर चन्द्रशेखर कुमारन, एसडीपीओ जय प्रकाश सिंह, बीडीओ सूरज कुमार सिंह, एमओ अमरेन्द्र कुमार, सीओ सुधांशु शेखर, थानाध्यक्ष अवनीश कुमार आदि मौजूद रहे. एक साल के बेटे के साथ योगदान लेने पहुंची मतदानकर्मी नरकटियागंज. एक साल के बेटे के साथ योगदान करने अन्य कर्मियों के साथ मतदानकर्मी महिला भी पहुंची. ये मुजफ्फरपुर की रहने वाली मीरा कुमारी. मीरा राजकीय मध्य विद्यालय सिकटा में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं. वाल्मीकिनगर लोक सभा चुनाव को लेकर उन्हें सिकटा विधान सभा के लिए पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया है. मीरा अपने एक साल के बेटे सूर्यांश के साथ कृषि बाजार में बने डिस्पैच सेंटर में पहुंची. पूछने पर बताया कि वो चुनाव में पीठासीन बनायी गयी हैं. बूथ नंबर 66 पर उनकी डयूटी है और उनकी पार्टी नंबर 308 है. मीरा ने बताया कि चुनाव कार्य सिर्फ कार्य नहीं है, बल्कि राष्ट्र निर्माण की एक अहम कड़ी है. वे स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने में आगे हैं तो चुनाव जैसे कार्य में पीछे क्यू रहे. बेटे के सवाल पर बताया कि बटा अभी एक साल का है. इसे अकेले नहीं छोड़ सकते बस डयूटी करनी है वो भी मतदान कराना है मतदान किसी भी पर्व से कम नहीं है.

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