सेविकाओं ने विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन
प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष सोमवार को बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त कर्मचारी यूनियन के बैनर तले संघ के जिला सचिव अंजली कुमारी के नेतृत्व में दर्जनों आंगनबाड़ी सेविकाओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
भगवानपुर. प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष सोमवार को बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त कर्मचारी यूनियन के बैनर तले संघ के जिला सचिव अंजली कुमारी के नेतृत्व में दर्जनों आंगनबाड़ी सेविकाओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. धरना के माध्यम से उपस्थित सेविकाओं ने कहा कि सरकार के द्वारा वर्ष 2018-19 में मोबाइल दिया गया था, जो मोबाइल फोन अब खराब पड़ा हुआ है. जिसके कारण एफआरएस के माध्यम से टीएचआर नहीं हो पायेगा. उपस्थित सेविकाओं ने पूर्व कि भांति टीएचआर वितरण करने व नए गुणवत्तापूर्ण मोबाइल फोन देने की मांग प्रशासन से किया. धरना के उपरांत संघ के सेविकाओं के प्रतिनिधि मंडल कार्यालय में उपस्थित प्रखंड समन्वयक मौसमी कुमारी को अपनी मांग पत्र सौंपते हुए सभी सेविकाओं ने अपनी अपनी मोबाइल फोन जमा करने की बात कही. वहीं प्रखंड समन्वयक मौसमी कुमारी ने कहा कि मोबाइल फोन जमा करने का आदेश नहीं है. मौके पर सेविका संघ के प्रखंड अध्यक्ष मंजू वर्णवाल, सचिव चमन आरा, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अर्चना चौधरी, नीलम कुमारी, रामा कुमारी, गुड़िया कुमारी, हीरा कुमारी, मंजू कुमारी, मधुमाला कुमारी सहित दर्जनों सेविका उपस्थित थे. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में 28 महिलाओं का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण नावकोठी. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत पीएचसी नावकोठी में गर्भवती महिलाओं के प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परिवार कल्याण परामर्श शिविर का आयोजन सोमवार को किया गया. इसमें चिकित्सकों की टीम ने 28 गर्भवती महिलाओं के प्रसवपूर्व जांच की. इसके तहत गर्भवती महिलाओं की ऊंचाई, वजन, हिमोग्लोबीन, मूत्र, ब्लडप्रेशर, डायबिटीज, एचआइवी आदि की जांच की गयी. चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ हिमांशु कुमार ने गर्भवती महिला को अपने भोजन में प्रोटीन युक्त तथा आयरन युक्त भोजन को शामिल करने की सलाह दी. इसके लिए नोनी का साग, रागी, पीले पके फल, दूध, मछली, कलेजी आदि को भोजन में लेना उपयुक्त बताया. प्रत्येक माह नियमित जांच कराने की सलाह दी गयी. सुरक्षित जच्चा बच्चा व सुरक्षित भविष्य के लिए यह जांच आवश्यक है. इस अवस्था में गर्भवती महिलाओं को अपने भोजन में सभी पोषक तत्वों को शामिल करने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने, सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराने, कम से कम दो घंटे आराम करने की सलाह दी गयी. सभी लाभुकों को कैलशियम, आयरन की गोली दी गयी. दो बच्चों के बीच अंतराल रखने के लिए अस्थायी गर्भ निरोधक साधन में कंडोम अंतरा, छाया आदि का वितरण किया गया. मौके पर लैब टेक्नीशियन पंकज कुमार जोशी, काउंसलर राजकुमार सिन्हा, एएनएम विश्व भारती, रेणु कुमारी, नंदन कुमारी, मोनी कुमारी सहित दर्जनाधिक आशा कार्यकर्ता, लाभुक आदि मौजूद थे.
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