बेगूसराय : सदर अस्पताल में पिछले दिनों नवजात की मौत व पत्रकार प्रशांत की पिटाई के विरोध में मंगलवार को पत्रकारों ने प्रतिरोध मार्च निकाला.पत्रकारों के इस प्रतिरोध मार्च में दर्जनों संगठनों के प्रतिनिधि भी सड़क पर उतरे . यह मार्च शहर के ट्रैफिक चौक से निकल कर थाना चौक एवं सदर अस्पताल चौक व नगर निगम चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचा. इस दौरान पत्रकारों का एक शिष्टमंडल मांगों का ज्ञापन जिला पदाधिकारी को सौंपा. मौके पर जिला पदाधिकारी ने इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिया.
ज्ञात हो कि चार मार्च को प्रशांत कुमार अपने निकटवर्ती परिजन को लेकर प्रसव कराने सदर अस्पताल पहुंचे थे. लेकिन कुछ देर बाद तबियत बिगड़ने पर उसे आइसीयू में भेज दिया. वहां न तो डॉक्टर थे और न ही बिजली थी. प्रशांत ने अस्पताल के डीएस व सिविल सर्जन को मोबाइल पर सूचना देकर सहायता मांगने का प्रयास किया. लेकिन कॉल रिसीव नहीं किया गया. शाम में नवजात की मौत के बाद जब पत्रकार वहां धरना पर बैठक कर जांच की मांग करने लगे तो .
इसके बाद अस्पताल के कुछ चिकित्सक वहां पहुंचे तथा धरना पर बैठे लोगों को देखते ही बलपूर्वक हटाने का प्रयास किया. बाद में डीएम मो नौशाद युसूफ व एसपी रंजीत कुमार मिश्रा आदि वहां पहुंचे और उनके निर्देश पर नगर थाने प्राथमिकी दर्ज की गयी ली. इसकी सूचना जब डॉक्टरों को मिली तो उन्होंने पत्रकारों को फंसाने के लिए झूठा मुकदमा दायर किया. पत्रकारों ने डीएम के माध्यम से सरकार को आवेदन प्रेषित किया. प्रतिनिधिमंडल में सुरेंद्र विवेक, शालीग्राम सिंह, अशांत भोला, विनोद कर्ण, अग्निशेखर शामिल थे. प्रतिरोध मार्च में भाजपा के जिलाध्यक्ष संजय सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष रामलखन सिंह,जयराम दास,आशुतोष पोद्यार हीरा,भूमिपाल राय, जितेंद्र कुमार जीबू,जवाहरलाल भारद्वाज,अनिल कुमार अंजान, अजित चौधरी,अमिन हमजा,सजग कुमार,समीर चौहान, बिरजू कुमार,प्रदीप क्षत्रिय, वीरेंद्र साहू, गोपाल कुमार,अमरेंद्र कुमार अमर, राजेश कुमार,अनिता मिश्रा,निरंजन चौधरी, मृत्युंजय वीरेश,प्रवीण गुंजन, दिनकर भारद्वाज,दिवाकर कुमार आदि उपस्थित थे.