अनदेखी .कमजोर सुरक्षा व्यवस्था के कारण लगातार हो रही है घटनाएं
Advertisement
कारखाने पर अपराधियों की नजर
अनदेखी .कमजोर सुरक्षा व्यवस्था के कारण लगातार हो रही है घटनाएं गुप्ता-लखमिनियां बांध की ओर टूटी है चाहरदीवारी इस रास्ते से लोगों का आना-जाना है जारी बेगूसराय/बीहट : मृतप्राय बरौनी फर्टिलाइजर के अच्छे दिन आये न आये, चोरी और लूट से आसपास के अपराधियों के भाग्य जरूर जग गये हैं. जैसे-जैसे बरौनी फर्टिलाइजर प्रबंधन प्रतिष्ठान […]
गुप्ता-लखमिनियां बांध की ओर टूटी है चाहरदीवारी
इस रास्ते से लोगों का आना-जाना है जारी
बेगूसराय/बीहट : मृतप्राय बरौनी फर्टिलाइजर के अच्छे दिन आये न आये, चोरी और लूट से आसपास के अपराधियों के भाग्य जरूर जग गये हैं. जैसे-जैसे बरौनी फर्टिलाइजर प्रबंधन प्रतिष्ठान के आंतरिक सुरक्षा जैसे संवेदनशील सवालों पर अपने कदम पीछे कर रही है,वैसे-वैसे अपराधियों की ताकत बढ़ती जा रही है.हालिया रिपोर्टों के मुताबिक खाद कारखाने के भीतर कमजोर सुरक्षा के कारण चोरी की घटनाएं घटी हैं. खास करके गुप्ता-लखमिनियां बांध की ओर टूटी चाहरदीवारी से बाहरी लोगों की अंधाधुंध आवाजाही, प्रबंधन और प्रशासन के लिए खुली चुनौती देता दिख रहा है.
कारखाना बेकार,चोरों के जागे भाग्य : करीब 350 एकड़ क्षेत्रफल वाले कारखाना परिसर में घने जंगल,समुचित प्रकाश की व्यवस्था एवं दिनोंदिन सुरक्षा जवानों की घटती संख्या से बंद पड़े बरौनी खाद कारखाना से कीमती सामानों की चोरी घड़ल्ले से की जा रही है.कभी-कभी प्रबंधन द्वारा चोरी का मामला दर्ज भी कराया जाता है.वहीं कई मामलों की जानकारी देना भी प्रबंधन जरूरी नहीं समझता है. हालांकि एफसीआइ ओपी पुलिस द्वारा कई कुख्यात चोरों को कारखाना परिसर में चोरी करते रंगेहाथों गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. सूत्रों की मानें तो हजारों तरह के आइटम कारखाना परिसर में हैं.
चोरी गये सामान के बारे में बता पाना भी अफसरों के वश में नहीं है.
चोरी कर बेची जा रही कारखाने की संपदा :कारखाना बंद होने के बाद अपराधियों व चोरों की नजरें कारखाना के कीमती संपदाओं पर लग गयी. कारखाने के अंदर की कीमती मशीनें चोरी कर ली गयी. कारखाने के अंदर लाखों के पेड़ की लकडि़यां अवैध रूप से बेच दी गयी. इसके अलावा फैकटरी के अंदर से बोरियों में भरकर सैकड़ों मन कोयला व लकडि़यां की बेखौफ चोरी का सिलिसला बदस्तूर जारी है.
गुप्ता-लखमीनियां बांध पर मेले जैसा दृश्य :
गुप्ता-लखमीनियां बांध पर बोरोपिट के आसपास प्रतिदिन मेले जैसा दृश्य रहता है. बांध पर सैकड़ों की संख्या में जमा महिला, पुरुष,बच्चे और कारखाना परिसर के अंदर सुरक्षा कर्मियों के बीच सुबह से लेकर देर शाम तक आंख-मिचौनी का खेल शुरू हो जाता है. चाहरदीवारी में सुविधानुसार बनाये गये दर्जनों बड़े-बड़े छेदों की मदद से जबरन घुसकर चोरी की घटना को बेखौफ अंजाम दिया जाता है.
चाहरदीवारी के अस्तित्व पर संकट:प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर कोई ठोस कदम न लेने की क्षमता के कारण कारखाने के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गयी है.अब तो सुरक्षा के लिए बनी चाहरदीवारी के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है. दीवार की ईटों को स्थानीय लोग अपने इस्तेमाल के लिए ढोना शुरू कर दिया है. जिसके कारण फर्टिलाइजर कारखाने की दीवार के वजूद पर संकट के बादल गहराने लगा है.
कारखाने की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे :
कारखाना के प्रभारी केयूपी सिंह ने बताया कि 7 केवीए के तीन जेनरेटर से किसी तरह कारखाने के भीतर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है.वहीं कारखाने की सुरक्षा में 59 होमगार्ड के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. जिसमें 20 राइफलधारी तथा 23 लाठीधारी जवान हैं और 16 लाठीधारी जवान उपनगरी की सुरक्षा में लगाये गये हैं.
जिन पर प्रबंधन करीब सात लाख रुपये प्रतिमाह वेतन मद में खर्च करती है.जबकि पहले कारखाना की सुरक्षा में सीआइएसएफ के 150 हथियारबंद जवान नियुक्त थे.ऐसी स्थिति में अरबों की संपित्तवाले इस कारखाने के परिसर की सुरक्षा किस कदर से होती है. इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है .
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement