कुव्यवस्था. तीन जिलों के लिए अब तक अनुपयोगी साबित हो रहा मुंगेर रेल पुल
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एक साल में नहीं चली एक भी एक्सप्रेस ट्रेन
कुव्यवस्था. तीन जिलों के लिए अब तक अनुपयोगी साबित हो रहा मुंगेर रेल पुल 2700 करोड़ की लागत से बना है पुल बेगूसराय(नगर) : औद्योगिक नगरी बेगूसराय सहित पूर्वोत्तर व सीमांचल बिहार में रेल के विकास की बात करना बेईमानी है. रेल अधिकारियों की उपेक्षा के कारण यह क्षेत्र से विकास से आज भी कोसों […]
2700 करोड़ की लागत से बना है पुल
बेगूसराय(नगर) : औद्योगिक नगरी बेगूसराय सहित पूर्वोत्तर व सीमांचल बिहार में रेल के विकास की बात करना बेईमानी है. रेल अधिकारियों की उपेक्षा के कारण यह क्षेत्र से विकास से आज भी कोसों दूर है. नतीजा है कि लोगों में निराशा का भाव बना हुआ है. वर्ष 2016 बीतने को है. पूरे वर्ष लोगों को विकास की आस में गुजर गये. नया वर्ष 2017 दस्तक देने को है.लोगों को अब भी उम्मीद है कि नये वर्ष में बेगूसराय एवं आस-पास के लिए रेल विभाग नयी सौगात लेकर जरूर आयेगा.
वर्षों इंतजार के बाद 2700 करोड़ की लागत से बना मुंगेर रेल पुल चालू हुआ. लोगों में विकास की आस जगी कि अब बंद पड़े विकास के द्वार खुल पायेंगे, लेकिन इस इलाके लिए यह ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई. इस पुल के चालू हुए आठ माह बीत गये, परंतु अब तक इस होकर एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का चलना प्रारंभ नहीं हुआ है. अभी तक मात्र उद्घाटन काल से दो फेरे डीएमयू ट्रेन तिलरथ-जमालपुर के बीच तथा एक फेरा खगड़िया व जमालपुर के बीच चल रही है. एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन की उम्मीद लोग अगस्त से ही कर रहे हैं.
सिर्फ मालगाड़ियों का हो रहा है परिचालन : जब मुंगेर बाइपास में वाइ लेग का निर्माण हुआ. तब से लगातार मालगाड़ियों का परिचालन इस रूट पर प्रारंभ हुआ. तब से लगातार मालगाड़ियां इस रूट पर कोयले सहित अन्य सामग्री का लदान कर रही हैं. परंतु यात्री ट्रेनों के परिचालन के लिए अभी भी लगातार उम्मीद ही की जा रही है. रेल अधिकारी भी समय-समय पर सिर्फ आश्वासन ही देते रहे हैं. अब तक इस रूट से एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन नहीं होने से लोगों में मायूसी छायी हुई है.
विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है मुंगेर पुल : बेगूसराय सहित पूर्वी बिहार तथा पूर्वोत्तर भारत के स्वर्णिम विकास के लिए यह पुल मील का पत्थर साबित होने वाला है. इस पुल होकर बेगूसराय का सीधा संपर्क भागलपुर, साहेबगंज,मालदा से तो होता ही है. भागलपुर, दुमका, रामपुर हाट, वर्धमान होकर हावड़ा-कोलकाता से भी सीधे जुड़ जायेगा. व्यापार-कारोबार, सामाजिक, सांस्कृतिक संबंध भी इस क्षेत्र से जुड़ जायेंगे. दूसरी ओर पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा के नये द्वार खुलेंगे. परंतु इन सपनों को पूरा करने की जिम्मेवारी रेल के अधिकारियों पर है.
मुंगेर पुल से लोगों को काफी उम्मीदें थीं. रेल मंत्रालय को लोगों की इस उम्मीदों को पूरा करने की दिशा में सकारात्मक पहल करने की जरूरत है.लंबे समय से लोग विकास की बाट जोह रहे हैं. एक्सप्रेस ट्रेंनें नहीं चलने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है
राजीव कुमार, महासचिव,दैनिक रेल यात्री संघ, बेगूसराय
मुंगेर पुल होकर एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन आम लोगों की आवाज है. इसे पूरा करने की दिशा में जोरदार पहल करने की जरूरत है.एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन होने से रेल यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
संजय सिंह, सदस्य, रेल सलाहकार समिति
मुंगेर पुल होकर एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन को लेकर लगातार लोगों के द्वारा आवाज उठायी जा रही है. बड़ी संख्या में लोगों ने मुझे भी स्मार पत्र सौंपा है. इस दिशा में रेल मंत्रालय से बात भी हुई है. जल्द ही इस दिशा में और सकारात्मक पहल की जायेंगी.
डॉ भोला सिंह, सांसद,बेगूसराय
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे हमेशा सकारात्मक सोच रखता है. आम यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े. इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं. जल्द ही इसका परिणाम लोगों को दिखाई पड़ने लगेगा.
दिलीप कुमार, डीसीएम,सोनपुर रेल मंडल
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