अमृत जीवन अस्पताल की नयी पहल, ,गांव की तरक्की से ही राष्ट्र का विकास संभव
Advertisement
गांव को समृद्ध करने की शुरू हुई कवायद
अमृत जीवन अस्पताल की नयी पहल, ,गांव की तरक्की से ही राष्ट्र का विकास संभव बेगूसराय (नगर) : गांव की तरक्की से ही राष्ट्र का विकास संभव है. हम सबों का दायित्व गांव को समृद्ध बनाने का है. इसके लिए विभिन्न संगठनों को आगे आने की जरूरत है. उक्त बातें गांव बढ़े-देश बढ़े के तहत […]
बेगूसराय (नगर) : गांव की तरक्की से ही राष्ट्र का विकास संभव है. हम सबों का दायित्व गांव को समृद्ध बनाने का है. इसके लिए विभिन्न संगठनों को आगे आने की जरूरत है. उक्त बातें गांव बढ़े-देश बढ़े के तहत गांव को समृद्ध बनाने की मुहिम में जुटे अमृत जीवन अस्पताल के निदेशक डॉ रोशन कुमार ने खाना खजाना के सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहीं. इस मौके पर इएनटी डॉ रोशन कुमार ने कहा कि आज बिहार के कल-कारखाने नहीं होने के कारण अधिकतर पुरुषों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है. आज के परिवेश में अपने बाल-बच्चों और परिवार के सदस्यों के साथ कंप्यूटर के जरिये उनकी तसवीर व वीडियो देखते हुए बात कर सकते हैं.
इसकी प्लानिंग तैयार की जा रही है और इसकी शुरुआत तेघड़ा प्रखंड के पिढ़ौली गांव से की जायेगी. यह अभियान समाज के सभी वर्ग के लोगों के संयुक्त प्रयास से ही संभव है. मौके पर डॉ बालमुकुंद, डॉ रविशंकर, डॉ अमृता, डॉ विश्वजीत समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
समाज सेवा ही सबसे बड़ी सेवा : रूखसाना
मंसूरचक. मंसूरचक एवं साठा में डिग्री कॉलेज नहीं रहने के कारण गुरदासपुर, मुरगियाचक, चक्का व साठा के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं. जो चिंता का विषय बना हुआ है. उक्त बातें साठा मुरगियाचक की महिला नेत्री रूखसाना खातून ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि साठा व मंसूरचक क्षेत्र के अधिसंख्य लोग कृषि कार्य एवं मजदूरी पर निर्भर करते हैं. यहां की खास कर लड़कियां हाइ स्कूल तक की पढ़ाई कर छोड़ देती हैं. उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए पांच से सात किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. समाजसेवी अली अहमद, मो सलामत आदि ने बताया कि भौगोलिक दृष्टिकोण से गांव की बनावट के मुताबिक साठा में डिग्री कॉलेज एवं एक बालिका उच्च विद्यालय की स्थापना आवश्यक है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement