बेगूसराय (नगर) . मौसम की बेरुखी से इस बार दुर्गापूजा जिले में फीकी रही. नवमी एवं दशमी के दिन जोरदार बारिश व तेज हवा को लेकर लोग घरों में दुबके रहे. दुर्गापूजा का मजा किरकिरा होने को लेकर लोगों में मायूसी छायी रही. लोग पूरे वर्ष इंतजार करते हैं कि पूजा का त्योहार आयेगा और इसमें अपने परिवारवालों के साथ खुशियां मनायेंगे. लेकिन, इस बार बदलते मौसम ने लोगों के इस अरमान को पूरा नहीं होने दिया. मौसम की बेरुखी के कारण आम लोगों खास कर छोटे-छोटे बच्चों में निराशा देखी गयी. अष्टमी की रात में माता का पट खुलने के बाद लोग घर से बाहर निकलने के लिए प्लानिंग बना ही रहे थे कि मौसम ने कहर बरपाना शुरू कर दिया. नवमी के दिन सुबह से लेकर देर रात तक जम कर बारिश हुई. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बाढ़ जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया, वहीं शहर के अधिकतर मुहल्ले झील में तब्दील हो गये. चारों तरफ पानी और कीचड़ ही दिखाई पड़ने लगा. लगातार बारिश और तेज हवा चलने के कारण शहर के अधिकतर पूजा पंडाल क्षतिग्रस्त हो गये. शहर के बड़ी पोखड़ में मुख्य प्रवेश द्वार पर बनाया गया पूजा पंडाल गिर गया. वहीं, शहर के पावर हाउस समेत अन्य जगहों पर भी पूजा पंडाल क्षतिग्रस्त हो गये. दुर्गापूजा के मौके पर बड़ी संख्या में छोटे-छोटे व्यवसायी कर्ज लेकर दुकान लगाते हैं, ताकि उससे कुछ कमा कर अपने परिवार की परवरिश कर सकें. लेकिन, इस बार मौसम ने अपने कहर से इनके अरमान को खाक में तब्दील कर दिया. सबसे अधिक नुकसान इन छोटे-छोटे व्यावसायियों को ही हुआ है. दशमी के दिन शाम में बारिश रुकने के बाद तेज हवा के बीच ही लोगों ने किसी तरह घरों से निकल कर मां के दर्शन कर उनकी आशीर्वाद लिया. कुछ पुराने लोगों का कहना था कि लंबे समय बाद इस त्योहार में मौसम ने कहर बरपाया है.
खूब बिकी शराब
जिला प्रशासन द्वारा दुर्गापूजा के मौके पर नवमी एवं दशमी के दिन शराब की बिक्री पर लगाये गये प्रतिबंध के बाद भी चोरी-छिपे जम कर शराब की बिक्री हुई. कई लोग शराब के नशे में सड़कों पर भटकते देखे गये. मौसम के बदलते मिजाज से दुर्गापूजा फीकी रहने एवं मेले में लोगों की भीड़ सड़कों पर नहीं दिखाई देने से मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. इससे जिला व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली. हालांकि, विपरीत मौसम के बाद भी जिला पुलिस प्रशासन के निर्देश पर जगह-जगह सुरक्षा के जवान पूरी तरह से मुस्तैदी बनाये हुए थे.