बेगूसराय(नगर) : पिछले 24 घंटे से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश ने शहर के कई वार्डो की सूरत बदल दी है. बारिश के बाद जलजमाव से कई वार्डो में लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
नगर निगम के कई वार्डो में बरसात के मौसम में जलनिकासी सबसे बड़ी आफत लोगों के सामने बन जाती है. लोगों का कहना है कि कहने को हमलोग नगर निगम में हैं, लेकिन स्थिति देहात से भी बदतर है. देहात में तो बारिश होने के बाद पानी तुरंत निकल जाता है,
लेकिन यहां तो बारिश के बाद कई दिनों तक बरसात का पानी लोगों के लिए सरदर्द साबित होता है. आखिर निगम क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि कब तक इस तरह की परेशानी से हमलोगों को जूझना पड़ेगा.
सवरेदयनगर की हालत अत्यंत दयनीय
ऐसे तो बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डो में बारिश होने के बाद लोग जलजमाव समेत गंदे नाले के पानी की समस्या से जूझते हैं, लेकिन इन दिनों शहर के सवरेदयनगर की हालत सबसे अधिक खराब हो गयी है.
सवरेदयनगर जानेवाली मुख्य सड़क में मानो बाढ़ जैसा नजारा देखने को मिलता है. जदयू के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा के आवास के समीप लोगों को पता नहीं चल पाता है कि बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में हैं या किसी सुदूर देहात में बसे हुए हैं.
सड़कों पर बारिश का पानी और पिछले कई दिनों से निगम के कर्मियों की हड़ताल के चलते कचरे का ढेर इस बरसात के पानी में मिल कर नारकीय दृश्य उत्पन्न कर दिया है.
इससे लोगों को पैदल चलने में भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ज्ञात हो कि इसी सड़क होकर शहर के एमआरजेडी कॉलेज में प्रतिदिन सैकड़ों छात्र-छात्रओं को कॉलेज आना-जाना होता है. इस परिस्थिति में छात्र एवं सबसे अधिक परेशानी छात्रओं को होती है.
निगम कर्मियों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी
निगम कर्मिचारियों की अनिशिचतकालीन हड़ताल से लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. पिछले 15 दिनों से सड़कों व नालों की सफाई नहीं होने से कचरे व गंदे पानी का जमाव जगह-जगह हो गया है. जहां बारिश होने के बाद पानी और गंदगी एक साथ मिल कर नरक में तब्दील हो जाता है. प्रत्येक दिन सफाई होने के बाद लोगों को कुछ राहत मिलती थी, लेकिन निगम कर्मियों की हड़ताल के कारण लोगों की परेशानियां दिन-प्रतिदिन और बढ़ती जा रही हैं. कमोवेश निगम क्षेत्र के तहत अधिकांश वार्डो में इसी तरह की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. नगर निगम के महापौर के द्वारा सफाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है, लेकिन एक व्यक्ति से यह संभव नहीं है. इस विषम परिस्थिति में निगम कर्मचारियों की हड़ताल जब तक समाप्त नहीं हो पायेगी, शहर के लोगों को इस समस्या से निजात मिलना मुश्किल है. वहीं निगम के कर्मचारी अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान पूरी एकजुटता के साथ अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं. निगम कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं कर लिया जाता है तब तक हम अपने आंदोलन पर डटे रहेंगे. इस मौके पर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गिरीश कुमार सिंह एवं जिला मंत्री दिलीप मल्लिक ने कहा कि सिर्फ कर्मी का पैनल बना कर नगर विकास विभाग को भेज देना समस्या का समाधान नहीं है. लगभग 350 कर्मी है. मात्र 143 कर्मी का ही पैनल बना कर उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं कर लिया जाता है तब तक हम अपने आंदोलन पर डटे रहेंगे. इस मौके पर कर्मचारी नेता मोहन मुरारी, अजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार सिंह, गणोश राम समेत अन्य कर्मचारियों ने संबोधित किया.