संवाददाता, बेगूसराय (नगर)
वर्तमान बिहार सरकार में अफसरशाही, भ्रष्टाचार, महंगाई, घूसखोरी, बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गयी है. इसे नियंत्रण कर पाना काफी कठिन है. तीन महीने में व्यवस्था परिवर्तन का डपोरसंखी वादा करनेवाली सरकार बिहार के गरीब-गुरबों को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखा कर सत्ता पर काबिज हो गयी, लेकिन गरीब ठगे रह गये. यह सरकार अल्पसंख्यकों को दंगे से बचा नहीं पायी. ये बातें बाघा में राजद द्वारा आयोजित जिला कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पूर्व मंत्री श्रीनारायण यादव ने कहीं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि समय आ चुका है, आप सभी गांव-गांव जाकर नीतीश कुमार के शासन का पोल खोलें. पूर्व मंत्री ने कार्यकर्ताओं से आगामी लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद के उम्मीदवारों को जिता कर उनके हाथ को मजबूत करने की अपील की. संगठन के जिला प्रभारी सह सुल्तानगंज के पूर्व विधायक प्रो सुधांशु शेखर भास्कर ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने समाज के दलितों के साथ सबसे ज्यादा अन्याय किया. दलितों को महादलित में बांट कर बिना कोई आरक्षण या अन्य सुविधा दिये दलित समाज को अपमानित किया. नीतीश कुमार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है. पूर्व विधान पार्षद रामबदन राय ने कहा कि लालू प्रसाद की सरकार में मात्र दो जिला नक्सलग्रस्त थे. लेकिन, नीतीश कुमार की सरकार में 33 जिले नक्सलग्रस्त हो गये. लालू प्रसाद शोषित, दलित एवं पिछड़ों के मान-सम्मान हैं. उन्होंने लोकसभा के चुनाव में लालू प्रसाद के हाथ को मजबूत करने की अपील की. राजद के प्रदेश महासचिव डॉ उर्मिला ठाकुर ने कहा कि नीतीश कुमार घड़ियाली आंसू बहा कर गरीबों के वोट को ठग रहे हैं. यह सरकार जनविरोधी है. इस सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है. सम्मेलन की अध्यक्षता राजद के जिलाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार यादव ने की. सम्मेलन को पूर्व विधायक उत्तम कुमार यादव, बुनकर सेल के प्रदेश अध्यक्ष रजाउर रहमान अंसारी, प्रदेश सचिव हरेराम राय, इंद्रदेव सिंह, राजद नेता विजय पासवान, धनिकलाल दास, मो शकील, पवन गांधी, अरविंद पासवान, सुखराम महतो, सुनील कुमार यादव, रामविनोद यादव, मो नौशाद, योगेंद्र राय, राजाराम रजक, मो नसीम अख्तर, राकेश कुमार, दिनेश चौरसिया, त्रिभुवन सिंह समेत अन्य नेताओं ने संबोधित कर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया.