नीमाचांदपुरा . विद्युत विभाग के कर्मियों को बिना चढ़ावा न ट्रांसफॉर्मर लगता है न ही तार लगाये जाते हैं. इसकी एक ज्वलंत बानगी सदर प्रखंड क्षेत्र की एकमात्र महादलित बहुल पंचायत, कुसमहौत में दिख रही है. यहां राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत वर्षों पूर्व ट्रांसफॉर्मर लगाया गया था.
साल भर पहले ट्रांसफॉर्मर जल गया. इसके बाद बेगूसराय के नगर विधायक सुरेंद्र मेहता द्वारा नया ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध करा दिया गया. छह माह बीतने के बाद भी विभागीय कर्मियों के द्वारा ट्रांसफॉर्मर को पोल पर चढ़ाया नहीं गया है. जदयू नेता सच्चिदानंद भारती, जदयू महादलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष उमेश सदा, प्रवीण कुमार, भोला पासवान आदि ने कहा कि ट्रांसफॉर्मर लगाने के एवज में राशि की मांग की जा रही है.
हमलोग गरीब तबके के लोग हैं. ऐसे में पैसे कहां से देंगे. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से ट्रांसफॉर्मर लगाने और गांव में अविलंब बिजली आपूर्ति बहाल कराने की मांग की है. बताया जाता है कि गांव में बिजली नहीं रहने से करीब 10 हजार की आबादी लालटेन युग में जीने को विवश है. विभाग का यही रवैया रहा तो यहां के लोग सड़क पर उतरने का मजबूर हो जायेंगे.