* कई गांवों में घुसा पानी, हजारों एकड़ में लगी फसल नष्ट
* मटिहानी प्रखंड में तेजी से बढ़ रहा बाढ़ का पानी
मटिहानी (बेगूसराय) : प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे चारों तरफ बाढ़ का नजारा उत्पन्न हो गया है. नतीजा है कि लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पर रहा है. बताया जाता है कि गुप्ता बांध से सिंहमा बबूरबन्ना टोला जाने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क बाढ़ के पानी की तेज रफ्तार से ध्वस्त हो गयी है, जिससे हजारों लोगों का उक्त सड़क से आवागमन भंग हो गया है.
ज्ञात हो कि इस सड़क को स्थानीय विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह, सिंहमा के पंसस परितोष कुमार, पैक्स अध्यक्ष फुलेना सिंह समेत अन्य ग्रामीणों के जनसहयोग से दो बार मरम्मत का कार्य किया गया, जिसके बाद भी उक्त सड़क नहीं बच पायी.
बाढ़ की चपेट में सिहमा, पथला टोल, गोसांय टोला, भटनिया टोला, भवानंदपुर, बिंद टोली, जगतपुरा, रामदीरी चार, सीतारामपुर, गोरगामा, मथार, काशीमपुर समेत अन्य गांव शामिल हैं. बाढ़ से घिरे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, लेकिन सरकार के द्वारा अभी तक इस दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है.
भाजपा मंडल अध्यक्ष सीताराम सिंह, जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, भाकपा अंचल मंत्री आनंद प्रसाद सिंह, माकपा नेता अंजनी कुमार सिंह, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष सुबोध कुमार, रत्नेश टूल्लू, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष परितोष कुमार, भाजपा के प्रखंड महामंत्री अभय कुमार, पैक्स अध्यक्ष झूना सिंह, फुलेना सिंह, प्रमुख रेखा देवी, उपप्रमुख वाल्मीकि सिंह समेत अन्य लोगों ने शासन एवं प्रशासन से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य चलाने की मांग की है.
– कांग्रेस नेताओं ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा
तेघड़ा (बेगूसराय) : कांग्रेस नेता रौशन कुमार, मुन्ना सिंह, अमरजीत पासवान एवं मो रहमत ने बाढ़गस्त विसौआ, अयोध्या बदलपुरा, आधारपुर एवं मधुरापुर गांव का निरीक्षण किया. नेताओं के अनुसार बाढ़ से काफी क्षति हुई है.
किसानों को फसल मुआवजा मिलना चाहिए. किसान नेता दिनेश सिंह के अनुसार निपनिया, मधुरापुर, चकदाद मधुरापुर, बजलपुरा, अयोध्या रातगांव एवं पिढ़ौली पंचायत में लगभग 3500 हेक्टेयर में लगी फसल बरबाद हुई है. शेष 18 पंचायतों में सुखाड़ के कारण फसलों को क्षति पहुंची है. धान के बिचड़े सूख रहे हैं. श्री सिंह ने कहा कि अंचलाधिकारी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया तथा क्षति का आकलन किया जा रहा है.
उन्होंने प्रखंड प्रशासन की सुस्ती पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अभी तक न तो डीजल अनुदान की राशि का भुगतान हुआ है और न ही बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत व नाव की व्यवस्था की गयी. उन्होंने 18 पंचायतों को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है तथा अनुदान के साथ सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया है.