बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी
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लापरवाह वैज्ञानिकों पर होगी सख्त कार्रवाई: डॉ एनएम सिंह
बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी खोदावंदपुर : कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर के लापरवाह वैज्ञानिकों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. कार्य करने के तरीके में सुधार करें, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें. उक्त बातें विज्ञान केंद्र में 16वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र […]
खोदावंदपुर : कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर के लापरवाह वैज्ञानिकों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. कार्य करने के तरीके में सुधार करें, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें. उक्त बातें विज्ञान केंद्र में 16वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ केएम सिंह ने दी. इन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक हो, तो कार्य रिपोर्ट में वैज्ञानिक पहल दिखना चाहिए. इसके पूर्व कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ निदेशक डॉ एनएम सिंह,आईसीआर जोन पटना के समन्वयक डॉ ब्रजेश साही एवं मक्का अनुसंधान केंद्र बेगूसराय के निदेशक डॉ एसपी सिंह ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया.
आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्र के प्रभारी पीसी डॉ राजीव कुमार श्रीवास्तव ने केंद्र का प्रगति प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखा. प्रगति प्रतिवेदन समीक्षा के दौरान पाया गया कि प्रबंधक और फार्म प्रभारी के लापरवाही से दर्जनों क्विंटल बीज सड़ कर नष्ट हो गया. राशि की उपलब्धता के बावजूद किसान सलाहकारों का प्रशिक्षण नहीं कराया गया. विश्वविद्यालय के सहयोग के बावजूद किसानों की भूमि की बात तो दूर केवीके के भूमि का भी लेवलिंग नहीं कराया गया. इसको लेकर को-ऑर्डिनेटर डॉ ब्रजेश साही ने सख्त नाराजगी जतायी.तथा इसके लिए जिम्मेदार पीसी, फार्म मैनेजर, प्रबंधक एवं वैज्ञानिकों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधीन बारहो कृषि विश्वविद्यालय में खोदावंदपुर सर्वोतम कृषि विज्ञान केंद्र था.परंतु आज के समीक्षा में यह पाया गया कि केंद्र के वैज्ञानिकों के कार्य के प्रति लापरवाह होने के कारण यह केंद्र सबसे बदतर हालात में है. उन्होंने वैज्ञानिकों को समर्पण के साथ काम करने को कहा. बैठक में जैविक खेती, कृषि में यंत्रों के प्रयोग, बीज उत्पादन, महिलाओं को स्वावलंबी बनाने, उद्यान के विकास , कम लागत में अधिक उत्पादन, किसानों के आय को दोगुना करने के लिए नवीनतम आधुनिक कृषि तकनीक का अनुसंधान एवं उसकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए कार्यरूप तैयार करने, और उस दिशा में पहल करने का निर्णय लिया गया. बैठक में आत्मा के जिला अध्यक्ष संयंत्र कुमार ओझा, मक्का अनुसंधान केंद्र बेगूसराय के निदेशक डॉ एसपी सिंह आदि उपस्थित थे.
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