जब सरकार ने नहीं ली सूखी पड़ी खेतों की सुध, तो अपनी किस्मत अब खुद लिखेंगे यहां के किसान

गुरुवार को सुदूर जंगली इलाका बांध गोरेया के जंगल में कई पंचायतों के किसानों ने बैठक की और अपनी किस्मत खुद ही बनाने का निर्णय लिया. बैठक में देव प्रखंड के बनुआ पंचायत , बेढनी पंचायत,बेढ़ना पंचायत और एरौरा पंचायत के ग्रामीण उपस्थित थे.

By Prabhat Khabar | August 7, 2020 9:04 AM

औरंगाबाद : जब सरकार व जनप्रतिनिधियों ने सूखी पड़ी खेतों की नहीं ली सुध, तो किसान अब खुद ही अपनी किस्मत बनाने को तैयार हो गये है. गुरुवार को सुदूर जंगली इलाका बांध गोरेया के जंगल में कई पंचायतों के किसानों ने बैठक की और अपनी किस्मत खुद ही बनाने का निर्णय लिया. बैठक में देव प्रखंड के बनुआ पंचायत , बेढनी पंचायत,बेढ़ना पंचायत और एरौरा पंचायत के ग्रामीण उपस्थित थे. बैठक बनुआ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजेश पासवान ,जाप नेता अशोक कुमार यादव ,स्थानीय समाजसेवी राहुल सिंह के देखरेख में हुई.

उपस्थित रामनाथ मिस्त्री , रमेश चंद्रवंशी ,रामलखन महतो ,संतोष मिश्रा ,शर्मानंद मिस्त्री ,विजय यादव ,युगेश्वर भुइयां ,रामजी महतो ने कहा कि हडियाही नहर के चक्कर में कई पीढ़ियां गुजर गयी लेकिन पानी का एक बुंद भी नसीब नहीं हुआ. आज देव के प्रखंड के बनुआ,बेढ़नी ,एरौरा ,पूर्वी केताकी ,पश्चिमी केताकी और बेढ़ना पंचायत के सैकड़ो बिगहा जमीन पर खेती नहीं हो पाई है. जहां कही थोड़ी बहुत पानी हुई तो उससे फसल तो लगा दिया गया है लेकिन पानी नहीं रहने के कारण खेती करने में किसानों को कोई फायदा नहीं हो रहा है.

सरकार और जन प्रतिनिधि किसानों के हित में काम न कर सिर्फ राजनीति कर रहे है . किसानों की समस्या दूर नहीं हो रही है ऐसे में अब हडियाही नहर परियोजना का आस छोड़ कर अब खुद से कुछ करना होगा तभी किसानों का भविष्य और जीवन सुरक्षित रह सकता है. किसान रामदास महतो ,बलराम सिंह ,विनय सिंह ,प्रवीण कुमार , गुड्डू कुमार ,राजेंद्र यादव ,बिगन मिस्त्री ,शत्रुधन पासवान सहित अन्य लोगो ने कहा कि बाण गोरैया स्थित लिलजी -नीलांजन नदी और एकवा नदी का पानी जमा नहीं रहने के कारण बर्बाद हो जाता है ,इसलिए यदि हम सब किसान मिलकर बांध गोरैया में संयुक्त बांध का निर्माण करे तो देव प्रखंड के बनुआ,बेढ़नी ,एरौरा ,पूर्वी केताकी , पश्चिमी केताकी और बेढ़ना पंचायत के सैकड़ो बिगहा जमीन को सिंचित किया जा सकेगा,जिससे इसका फायदा गया जिले के डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा पंचायत को भी मिलेगा.

बैठक में बांध निर्माण पर गहन चर्चा की गई. अंतत: सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि श्रमदान और सामाजिक आर्थिक सहयोग से बांध गोरैया में लिलजी -नीलांजन नदी ,एकवा नदी के पास एक संयुक्त बांध का निर्माण कराया जायेगा. किसानों ने बैठक के दौरान ही संयुक्त बांध निर्माण का बिगुल भी बजा दिया. जाप नेता अशोक यादव और मुखिया प्रतिनिधि राजेश पासवान ने कहा कि आज जो किसानों की स्थिति है वो 1966 के अकाल की तरह है.

posted by ashish jha

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