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रूपनारायण उच्च वद्यिालय की लाइब्रेरी में लगभग 10 हजार किताबें

रूपनारायण उच्च विद्यालय की लाइब्रेरी में लगभग 10 हजार किताबें पर, पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी स्कूल में कमरों की कमी से भी छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में हो रही परेशानी (फोटो नंबर-15) कैप्शन- रूपनारायण इंटर विद्यालय जाखिम औरंगाबाद (नगर) रफीगंज प्रखंड में स्थापित रूपनारायण इंटर विद्यालय, जाखिम में जिस तरह से छात्र-छात्राओं की संख्या […]

रूपनारायण उच्च विद्यालय की लाइब्रेरी में लगभग 10 हजार किताबें पर, पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी स्कूल में कमरों की कमी से भी छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में हो रही परेशानी (फोटो नंबर-15) कैप्शन- रूपनारायण इंटर विद्यालय जाखिम औरंगाबाद (नगर) रफीगंज प्रखंड में स्थापित रूपनारायण इंटर विद्यालय, जाखिम में जिस तरह से छात्र-छात्राओं की संख्या बढ रही है उसके मुताबिक संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हो रही है. यहां न तो विषयवार शिक्षक हैं और न ही भवन. इस विद्यालय की स्थिति यह हो गयी है कि छात्र-छात्राएं सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आते हैं. यहां लाइब्रेरी में लगभग 10 हजार किताबें उपलब्ध हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी होने के कारण ये सभी किताबें बेकार साबित हो रही है. छात्र बिना शिक्षकों के सहारे कैसे किताबों का अध्ययन कर पायेंगे. वैसे तो कुछ छात्र लाइब्रेरी से किताबें घर पर भी पढ़ने को ले जाते हैं. लेकिन उन्हें सभी बातों की जानकारी सही से नहीं मिल पाता है. लाइब्रेरियन वंदना कुमारी ने बताया कि लाइब्रेरी से छात्रों को भरपूर लाभ दिया जा रहा है. शिक्षकों की कमी से तो परेशानी होती ही है, लेकिन छात्रों को लाइब्रेरी से किताबें उपलब्ध करा उन्हें अध्ययन में मजबूत बनाने की कोशिश की जा रही है. रूप नारायण इंटर विद्यालय इस उद्देश्य से खोला गया था कि आस-पास के गांवों के छात्र-छात्राओं को दूर शहरों में न जाना पड़े, लेकिन आज तो सुविधाओं के अभाव होने के कारण छात्र पढ़ाई के लिए शहरों में जाने के लिए विवश हैं. इस विद्यालय में दिन प्रतिदिन छात्रों की संख्या बढ़ रही है पर इन सभी समस्याओं के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाये जाने से आज शिक्षा विभाग की हर दावे फेल साबित हो रहे हैं. शिक्षक रवींद्र कुमार ने बताया कि यहां नौवीं, 10वीं व इंटर की पढ़ाई होती है. पर छात्र सुविधाओं के अभाव होने के कारण यहां पढ़ाई में रुचि नहीं रखते. प्रधानाचार्य अब्दुल मोहसी करीमी ने बताया कि यहां शिक्षकों व भवनों का अभाव है. नौवीं में तीन सौ, 10वीं में साढ़े चार सौ व इंटर में तीन सौ छात्र-छात्राएं हैं. शिक्षकों के अभाव होने के कारण छात्रों की पढ़ाई में थोड़ी परेशानी होती है. प्रधानाचार्य ने बताया कि यहां माध्यमिक में आठ व उच्च माध्यमिक में पांच शिक्षक हैं. इन्हीं शिक्षकों के बदौलत लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन कराया जाता है.

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