बारुण-नवीनगर सड़क पर बालू लदे ट्रकों से अक्सर लगता है जाम

नियमों का उल्लंघन करते हुए बालू उठाव की मिली थी सूचना कुंवारी मां बनी प्रेमिका को अस्पताल में छोड़ भागा युवक औरंगाबाद नगर : प्रेम के जाल में फंसा कर एक युवती का यौन शोषण करने, उसे भगा ले जाने व युवती के मां बन जाने पर युवक द्वारा छोड़ कर भाग जाने का मामला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2018 6:33 AM

नियमों का उल्लंघन करते हुए बालू उठाव की मिली थी सूचना

कुंवारी मां बनी प्रेमिका को अस्पताल में छोड़ भागा युवक
औरंगाबाद नगर : प्रेम के जाल में फंसा कर एक युवती का यौन शोषण करने, उसे भगा ले जाने व युवती के मां बन जाने पर युवक द्वारा छोड़ कर भाग जाने का मामला जिले मेें प्रकाश में आया है. उक्त युवा जिले के दाउदनगर का है व युवती उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की रहने वाली है. लड़की को पढ़ाई के क्रम में दाउदनगर के रंजीत नामक युवक से प्रेम हो गया. इसी बीच युवक की सोनभद्र में ही नौकरी लग गयी. इसके बाद वह लड़की पर दबाव बना कर उसे घर से भगा ले गया और काफी दिनों तक उसका शारीरिक शोषण किया. इसी बीच युवती गर्भवती हो गयी. युवक केेे कहने पर युवती सोनभद्र से अपना घर छोड़ कर दाउदनगर पहुंची.
दाउदनगर के सदर अस्पताल में युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन जन्म के कुछ ही देर बाद नवजात की मौत हो गयी. इसके बाद उक्त युवक वहां से भाग निकला. सदर अस्पताल में भर्ती युवती ने कहा कि रंजीत उसे धमकी देकर गया है कि वह उसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं बताये, नहीं तो परिणाम बहुत बुरा होगा. हालांकि, जब एक कुंवारी युवती द्वारा बच्चे को जन्म दिये जाने की सूचना अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ राजकुमार प्रसाद को मिली, तो उन्होंने इसकी सूचना नगर थानाध्यक्ष, महिला थानाध्यक्ष के साथ-साथ युवती के परिजनों को दी. उपाधीक्षक की सूचना पर युवती के परिजन दाउदनगर के लिए सोनभद्र से निकल चुके हैं. वहीं, महिला थाना की पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है. पुलिस अनुसंधान के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी.
सोनभद्र की रहनेवाली युवती को दाउदनगर के युवक से हो गया था प्यार
नवजात की हुई मौत युवक के कहने पर घर छोड़ कर दाउदनगर पहुंची युवती
योद्धानगर में अंधेरे में खुले नालों से होता है दो-दो हाथ
नगर पर्षद अथवा स्थानीय प्रशासन द्वारा अब तक मुहल्ले में लाइटों का प्रबंध नहीं कराया गया है. गलियों में रोशनी ना होने के कारण शाम में बाजार निकलने में डर लगता है. कीचड़ भरे सड़क पर अंधेरे में गिर कर घायल होने की आशंका रहती है.
आकाश चौहान
एक तो मुहल्ले में अंधेरा पसरा रहता है. वहीं गली की सड़कों को बीचो-बीच उखाड़ दिया गया है. इतना ही नहीं पूरे गली की सड़कों पर लबालब कीचड़ पसरा हुआ है ,जिसके कारण बाइक से असंतुलित हो कर गिरने की संभावना बनी रहती है. मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट की काफी आवश्यकता है.
राजीव कुमार पांडेय
अंधेरे के कारण मोहल्ले में चोरी और छिनतई की घटना घटने का भय बना रहता है. नगर परिषद और प्रशासन को मोहल्ले में समुचित प्रकाश की व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए ,ताकि मुहल्लावासी सहज महसूस कर सकें.
दिलीप सिंह
हम बुजुर्ग लोगों को खासकर अंधेरे में सड़कों पर चलने में समस्या होती है.नगर परिषद को मोहल्ले में अभिलंब स्ट्रीट लाइट लगवानी चाहिए ,ताकि लोगों को परेशानियों से निजात मिल सके. शाम के वक्त भी घर से निकल कर बाजार जा सकें.

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