घर हो या सड़क, फैक्टरी हो या गैरेज हर जगह पानी की बर्बादी

औरंगाबाद कार्यालय : ‘रहीमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून’ पानी के महत्व को बता रहे रहिमन दास का यह दोहा भले ही सबकी जुबान पर हो, लेकिन पानी को बर्बाद होने से बचाने की संजीदगी शायद ही लोगों में दिखती है. घर हो या सड़क, फैक्ट्री हो या गैरेज करीब हर जगह पानी की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 5:46 AM

औरंगाबाद कार्यालय : ‘रहीमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून’ पानी के महत्व को बता रहे रहिमन दास का यह दोहा भले ही सबकी जुबान पर हो, लेकिन पानी को बर्बाद होने से बचाने की संजीदगी शायद ही लोगों में दिखती है. घर हो या सड़क, फैक्ट्री हो या गैरेज करीब हर जगह पानी की बर्बादी होते देखी जाती है. वैसे मशीनी प्रयोग की वजह से भी पानी की बर्बादी कई गुना अधिक बढ़ गयी है. औरंगाबाद में जल संकट को जानते और समझते हुए भी जिला प्रशासन ने अभी तक कोई तैयारी नहीं की है.

वैशाख के शुरू होते ही शहर में जल संकट गहराने लगा है, अभी गर्मी परवान पर भी नहीं चढ़ी है और शहर में जल संकट का गहराना लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. जल के कुप्रबंधन की समस्या से प्रशासन अवगत होते हुए भी निबट नहीं रहा है. शहर के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां जल संकट की समस्या वर्षों से चली आ रही है. रोजमर्रा की जरूरत भर भी लोगों को पानी उपलब्ध नहीं हो पाता. इन इलाकों में स्थिति ऐसी है कि जरूरत के पानी के लिए लोग आपस में झगड़ते और भिड़ते रहते हैं. चाहे वह शहर का कुरैशी मोहल्ला हो या टिकरी मोहल्ला ,मिनी बिगहा, विराटपुर हो या नावाडीह इदगाह हर जगह पानी की किल्लत अभी से शुरू हो गई है.

कार धोने के बहाने लाखों लीटर पानी हो रहा बर्बाद : बूंद-बूंद पानी की किल्लत के बाद भी लोग सचेत नहीं हो रहे. पानी के बचाव के प्रति संजीदगी लोगों में नहीं दिख रही .घर का उपयोग हो या फिर व्यावसायिक उपयोग. हर जगह इस का दोहन हो रहा है. रोजगार के रूप में पनपा कार व बाइक वास सेंटर सबसे अधिक पानी की बर्बादी करता है. गाड़ियों को धोने के बहाने शहर में इन दिनों लाखों लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है. लोग अगर पानी के महत्व को समझें तो अपने कार को पांच-10 लीटर पानी से भी वास करके चमका सकते हैं, पर ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करते. बाइक शोरूम के मालिक पानी की बर्बादी पर जरा भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. उन्हें सिर्फ पैसे कमाने की चिंता है. प्रतिदिन बाइक वास के नाम पर शहर में हजारों लीटर पानी यूं ही बर्बाद कर दिया जा रहा है.
पानी की बर्बादी से बेफिक्र हैं सबमर्सिबल वाले
शहर के जिन घरों में सबमर्सिबल मोटर लगे हुए हैं, उनके घरों में जलापूर्ति पहले से तीन गुना बढ़ गयी है. जो लोग पहले हैंडपंप का इस्तेमाल किया करते थे अब उनके घर में सबमर्सिबल होने से पानी को जरूरत से ज्यादा बर्बाद करते हैं. टंकी भर जाने के बावजूद मोटर चलते रहता है और पानी ओवरफ्लो होकर गिरता रहता है.
आरओ प्लांट के बहाने भी बह रहा फिजूल का पानी
पानी की बर्बादी सिर्फ सबमर्सिबल और कार-बाइक वाश सेंटर तक ही नहीं सीमित है, बल्कि आरो प्लांट पानी शुद्ध करने के बहाने भी हजारों लीटर बर्बाद कर रहे हैं. शहर में चल रहे आरो प्लांट जल शुद्धीकरण के नाम पर हजारों गैलन पानी वेस्ट कर रहा है, जो इस गर्मी में लोगों के लिए भारी पड़ सकता है.
ऐसे बचाएं पानी
नल खुला दिखे तो तुरंत बंद कर दें लीकेज होने पर उसकी तुरंत मरम्मती कराएं.
सबमर्सिबल की टाइमिंग पर दें ध्यान, ओवरफ्लो पर तुरंत बंद कर दें सबमर्सिबल.
गाड़ी वाॅश करने के नाम पर पानी को फिजूल में न बहाएं.
हो सके तो बच्चों को भी इसकी शिक्षा दें कि पानी की बर्बादी न करें.
फसलों की सिंचाई के लिए भी ड्रीप व स्प्रिंकलर विधि का उपयोग करें.
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