‍Bihar crime: ग्रामीण कार्य विभाग के एसडीओ व कनीय अभियंता घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, नकदी बरामद

एसडीओ नगर थाना क्षेत्र के आदर्श नगर निवासी उपेंद्र कुमार विश्वास के घर किराये के मकान में रह रहे थे. वहां से निगरानी विभाग के तीन डीएसपी व तीन इंस्पेक्टर ने रिश्वत के 62 हजार रुपये के अलावा 6.5 लाख रुपये नकद भी बरामद किया है.

By Prabhat Khabar | August 4, 2022 3:21 PM

अररिया ग्रामीण कार्य विभाग अररिया के निवर्तमान सह वर्तमान सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज के एसडीओ (एइ) हेम चंद्र लाल कर्ण को 62 हजार रुपये व ग्रामीण कार्य प्रशाखा सिकटी के कनीय अभियंता फुलेसर रजक को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते बुधवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. यह दोनों भिड़भिड़ी पूर्व में पलासमनी स्थित पीएमजीएसवाइ के तहत आरसीसी पुल की योजना को फाइनल करने के लिए बतौर कमीशन घूस ले रहे थे.

भारी मात्रा में नकदी बरामद

एसडीओ नगर थाना क्षेत्र के आदर्श नगर निवासी उपेंद्र कुमार विश्वास के घर किराये के मकान में रह रहे थे. वहां से निगरानी विभाग के तीन डीएसपी व तीन इंस्पेक्टर ने रिश्वत के 62 हजार रुपये के अलावा 6.5 लाख रुपये नकद भी बरामद किया है. वहीं दूसरी ओर कनीय अभियंता फुलेसर रजक को उनके कार्यालय से ही 40 हजार रुपये लेते रंगे हाथ दबोचा गया है.

नालंदा के संवेदक ने की थी शिकायत

निगरानी विभाग के डीएसपी सह अनुसंधानकर्ता अरुण पासवान ने बताया कि रिश्वत लेने की शिकायत पूर्व में नालंदा जिला के हिलसा निवासी संवेदक शिव कुमार वर्मा ने की थी. उनकी शिकायत का सत्यापन कराया गया तो संवेदक की शिकायत सही मिली. बुधवार को निगरानी विभाग के अन्य अधिकारियों की मदद से अभियंता को रंगे हाथ पकड़ा गया.

आवास से रंगे हाथों पकड़ा गया

डीएसपी श्री पासवान ने बताया कि एसडीओ हेमचंद्र लाल कर्ण ने कुछ दिन पहले ही अररिया ग्रामीण कार्य विभाग से स्थानांतरित होकर सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज में अपना योगदान दिया था. वह अररिया चार्ज देने आये हुए थे. पूर्व से निर्धारित योजना को फाइनल रूप देने को लेकर रिश्वत राशि के साथ उसके किराये के आवास से उन्हें पकड़ा गया. वहीं रिश्वत में पार्टनर की भूमिका में सिकटी प्रशाखा में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता फुलेसर रजक को भी उसके कार्यालय से दबोचा गया. दोनों को गिरफ्तार कर निगरानी विभाग की टीम उसे अपने साथ पटना ले गयी.

मौके पर निगरानी विभाग के अन्य दो डीएसपी अरुणोदय पांडे व खुर्सीद आलम मौजूद थे. साथ ही पुलिस निरीक्षक मिथिलेश कुमार जायसवाल, सत्येंद्र राम, योगेंद्र कुमार, पुअनि अविनाश कुमार झा, गणेश कुमार, सअनि राजीव कुमार, सत्यापन कर्ता सिपाही में मणिकांत सिंह व शशि कांत मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version