Pre flood preparation: बाढ़ पूर्व की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. इसको लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गयी है. भंडार कक्ष में उपलब्ध दवाइयों खासकर जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता, एक्सपायर होने की तिथि आदि की जानकारी ली जा रही है. बाढ़ के दिनों में सांप के डसने की खबरें भी आती हैं. ऐसे में जरूरी दवाइयों समेत बाढ़ के दिनों में फैलनेवाली बीमारियों की दवाइयों का भंडारण किया गया है.
अस्पताल के साथ-साथ दवा भंडार कक्ष की टीम ने की जांच
जिलाधिकारी के निर्देश व गठित तीन सदस्य जांच टीम में वरीय उप समाहर्ता मासूम अंसारी, एसीएमओ डॉ राजेश कुमार और एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला शामिल हैं. जांच टीम ने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर अस्पताल के साथ-साथ अस्पताल परिसर स्थित दवा भंडार कक्ष का निरीक्षण किया. जांच टीम के अधिकारियों ने अनुमंडलीय अस्पताल के दवा भंडारपाल के साथ दवा भंडार कक्ष में उपलब्ध सभी दवाइयां खासकर जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली.
दवाइयों के बनने की तिथि और एक्सपायर होने की तिथि की हुई जांच
उपलब्ध जीवन रक्षक दवाओं के बनने की तिथि से लेकर एक्सपायर होने के तिथि को बारीकी से जांचा गया. साथ ही जांच टीम के अधिकारियों ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, सामान्य वार्ड, दवा वितरण कक्ष, पैथलॉजी सेंटर सहित पूरे अस्पताल के परिसर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में मौजूद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रेशमा रजा, अस्पताल प्रबंधक डॉ नाजिश अहमद नियाज, दवा भंडार पाल धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिया.
भंडार का सत्यापन और दवाओं की उपलब्धता की जांच की गयी
निरीक्षण के बाद जांच टीम में शामिल फारबिसगंज एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला ने कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की जा रही है. बाढ़ के दौरान बहुत सारी बीमारियां फैलती हैं. सांप के डसने की भी शिकायत भी मिलती है. डीएम के निर्देश के आलोक में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जीवन रक्षक दवाइयों का भंडार सत्यापन और अनुमंडलीय अस्पताल में उपलब्धता की जांच की गयी है. अधिकतर दवाइयां अनुमंडलीय अस्पताल में उपलब्ध हैं. कुछ दवाई यदि उपलब्ध नहीं है, तो उसे उपलब्ध करा लिया जायेगा. आम आवाम को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी.