उत्तरांचल के काशीपुर काशमपुर गढ़ी की रहने वाली है महिला
किशनगंज: स्थानीय सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची गंभीर रूप से बीमार महिला के कारुणिक क्रंदन को सुन बुधवार को सदर अस्पताल इलाज कराने पहुंची रोगियों व उनके परिजनों की आंखें भर आयी. चलने-फिरने के साथ कुछ बोलने में भी असमर्थ इस महिला को स्थानीय आरपीएफ व रेल कर्मियों ने बेसुध अवस्था में स्टेशन परिसर में पड़ा देख मानवता का परिचय देते हुए घटना की जानकारी महिला हेल्प लाइन को दी. मौके पर पहुंची महिला हेल्पलाइन कर्मियों ने गंभीर रूप से बीमार महिला को इलाज हेतु स्थानीय सदर में भरती कराया, जहां समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने के बाद उसकी स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ. बार-बार कुरेदे जाने पर उसने अपने साथ घटित घटना के संबंध में जो कुछ भी बताया उसे सुन उपस्थित लोग भी हैरान रह गये. उसने बताया कि वह उत्तरांचल के काशीपुर कासमपुर गढ़ी निवासी स्व जय सिंह की पुत्री है. रविवार को वह असम में रहने वाले भाई से मिलने नॉर्थ इस्ट एक्सप्रेस से अपने तीन वर्षीय व मात्र सात दिन के बच्चे के साथ रवाना हुई थी. परंतु रास्ते में अचानक उसकी तबीयत काफी बिगड़ गयी. इसके बावजूद उसने अपना सफर जारी रखा. मंगलवार दोपहर जब नॉर्थ इस्ट एक्सप्रेस किशनगंज स्टेशन पर रुकी तो वह बच्चों के लिए पानी लेने नीचे उतर गयी. परंतु बीमारी के कारण उसके कदम उसका साथ नहीं दे रहे थे. नतीजतन उसके ट्रेन पर सवार होने से पूर्व ही ट्रेन अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गयी और उसके दोनों अबोध बच्चे ट्रेन में ही रह गये. इधर अपने बच्चों से बिछड़ जाने के गम ने उसे तोड़ कर रख दिया. नतीजतन वह गश खाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही गिर पड़ी. बुधवार को उसकी स्थिति में सुधार होने के बाद जब से उसे होश आया वह बार-बार अपने बिछड़े संतानों की ही रट लगा रही है. स्थानीय स्टेशन प्रबंधक व कर्मियों ने एक मां से उसके बच्चों को सुरक्षित वापस किये जाने का भरोसा दिया है.