फारबिसगंज: फारबिसगंज-अररिया एनएच 57 पर ढोलबज्जा के समीप छापेमारी कर कस्टम अधिकारियों ने एक ट्रक पर लदे 32 मवेशी को जब्त किया. फारबिसगंज कस्टम के सहायक आयुक्त शशि शेखर के निर्देश पर स्थानीय कस्टम अधिकारियों ने कस्टम इंस्पेक्टर एलके पाठक के नेतृत्व यह कार्रवाई की. मौके से ट्रक संख्या यूपी 22 टी 5009 के चालक सबाबुल हुसैन पिता निजमुल हुसैन गांव जटनी बांकीपुर मुरादाबाद, खलासी इनामुल पिता ताहिर ग्राम बौढ़ा खिजरपुर थाना डिगरपुर मुरादाबाद यूपी को हिरासत में ले लिया है. कस्टम अधिकारी उससे गहन पूछताछ कर रहे हैं.
कस्टम इंस्पेक्टर श्री पाठक ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गयी तो एक ट्रक पर लदा 32 मवेशी(बैल) को पकड़ा गया. आशंका है कि सभी मवेशी को नेपाल से पांजीपाड़ा के रास्ते तस्करी कर बंगलादेश ले जाया जा रहा था. चालक ने छापेमारी के समय कोई कागजात नहीं दिखाया, बाद में कुछ लोग नरपतगंज मवेशी हाट का बना मवेशी खरीद से जुड़ा कागज दिखा रहे हैं, जो प्रायोजित है. हाट के मालिक व संवेदक को सम्मन जारी कर दो महीने से काटे गये रसीद की मांग की गयी है, जिसकी जांच की जायेगी. चालक व खलासी को पूछताछ के उपरांत छोड़ने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि जांच किये जाने तक ट्रक जब्त रहेगा. इंस्पेक्टर ने बताया कि जब्त मवेशी का मूल्य चार लाख रुपये व ट्रक का 10 लाख रुपये आंका गया है.
कार्रवाई में थे शामिल
छापेमारी में कस्टम अधीक्षक पशुपति नाथ, इंस्पेक्टर एलके पाठक, नवनीत कुमार, सिपाही दिलीप कुमार सिंह, रवींद्र सिंह, मनोज दूबे, मुंशी टुडू , शिवजतन कुमार आदि शामिल थे.
लगाया आरोप
इधर मुस्तफा अंसारी पिता शाहिद अंसारी, सिकमारी डुबेरी असम निवासी ने जब्त मवेशी को नरपतगंज हाट से खरीदने का दावा किया है. इन लोगों ने बताया कि कस्टम अधिकारी जबरन मवेशी पकड़ रहे हैं, जबकि मवेशी को नरपतगंज के हाट में खरीदा गया है, जिस पर मेहर बानो बेगम एमएस पायोनीयर लेन स्टोक हट सिंगमारी जिला धुबरी असम के नाम से फोरम का लेटर हेड है. इसकी पावर ऑफ एटर्नी उनके पास है. तस्करी का आरोप गलत है. समाचार प्रेषण तक जहां कस्टम अधिकारी उक्त मवेशी को जब्त करने की बातें कह रहे थे, वहीं मवेशी व्यवसायी अनुज्ञप्ति व हाट रसीद के बल पर मवेशी खुद का होने का दवा कर रहे थे.