अररिया: अंधेर नगरी चौपट राजा. वाली कहावत अब अररिया जिले में भी शिक्षक नियोजन में चरितार्थ होती दिख रही है. प्रमाण पत्र एसटीइटी का और नियोजन हुआ प्रखंड शिक्षक के रूप में. ऐसा मामला अररिया प्रखंड में हुए नियोजन में सामने आया है. यह खुलासा प्रमाण पत्रों के जांच के दौरान हुआ. जिले के शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है. गड़बड़ी पंचायत स्तर पर ही नहीं प्रखंड स्तर पर भी हुई है. जानकारी के अनुसार एसटीइटी पास तीन अभ्यर्थियों का चयन प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा शिक्षक नियोजन के चौथे चरण में किया गया.
इन अभ्यर्थियों का नियोजन वर्ग छह से आठ तक के लिए किया गया, जबकि नियमानुसार एसटीइटी पास अभ्यर्थी केवल माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं. शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गलत तरीके से शिक्षक संदीप कुमार उपाध्याय, आरती कुमारी व रेखा कुमारी का नियोजन किया गया है. मामले में विभाग नियोजन इकाई तथा तीनों अभ्यर्थी के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी में है. इधर अररिया प्रखंड में एक और फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. प्रखंड नियोजन इकाई ने फर्जी टीइटी प्रमाण पत्र वाले दो अभ्यर्थियों का नियोजन कर उन्हें विद्यालय में पदस्थापित कर दिया है.
जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा जांच कराने पर दोनों का टीइटी प्रमाण पत्र गलत पाया गया. डीपीओ स्थापना मनोज कुमार ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय डिम्हिया में नियोजित राम प्रवेश पासवान व मध्य विद्यालय पैकटोला में नियोजित आशा कुमारी का टीइटी प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाया गया है. उन्होंने बताया कि राम प्रवेश पासवान को मात्र 39 अंक है लेकिन सोनी कुमारी का सीरियल नंबर प्रयोग कर अंक बढ़ा कर 108 कर दिया गया, जबकि आशा कुमारी ने अपने प्रमाण पत्र में 111 नंबर होने की बात दर्शायी है, लेकिन उसके अंक पत्र में सिर्फ आर वन लिखा है. उन्होंने कहा कि दोनों की सेवा समाप्त कर कानूनी कार्रवाई के लिए अररिया के बीडीओ सह सचिव तथा बीइओ को पत्र लिखा जा रहा है.