उन पर ईंट भट्ठा बाबू ब्रिक्स व एसकेएस ब्रिक्स के संचालन को लेकर खनन विभाग का एक लाख 49 हजार रुपये बकाया था. इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है. इधर पूर्व प्रमुख सुशील सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने हत्ता चौक जाम कर यातायात बाधित करने का प्रयास किया गया, पर थानाध्यक्ष विकास कुमार आजाद ने मौके पर पहुंच कर प्रयास को विफल कर दिया. बोले पूर्व प्रमुख: इधर अपनी गिरफ्तारी को पूर्व प्रमुख ने अवैध ठहराते हुए कहा कि खनन विभाग का टैक्स जमा किया जा चुका है.
इसके बावजूद पुलिस ने विद्वेष के कारण ऐसी कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि प्रखंड के इतिहास में पहली बार किसी प्रमुख के विरुद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ. साजिश के तहत उनकी गिरफ्तारी हुई है. समय पर जनता साजिशकर्ता को जवाब देगी. पूर्व प्रमुख सुशील सिंह की गिरफ्तारी में एएसपी राजीव रंजन, इंस्पेक्टर श्याम किशोर यादव, थानाध्यक्ष पीके प्रवीण, किंग कुंदन, राकेश प्रसाद, सुनील सिंह, मो जनीफउद्दीन के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल शामिल थे.