पटना: आइजीआइएमएस में मरीजों के परिजनों के लिए वर्षो पहले स्थापित धर्मशाला में नर्सिग कॉलेज खोल दिया गया. इससे परिजन इधर-उधर भटकते रहते हैं. ऐसा करते समय संस्थान प्रशासन ने छह माह के भीतर नयी धर्मशाला तैयार करने की बात कही थी.
इसके लिए डॉ सीपी ठाकुर ने एमपी लोकल एरिया डेवलपमेंट फंड से 60 लाख रुपये देने का वादा भी किया, लेकिन अभी तक धर्मशाला नहीं बन पायी है. जानकारी के मुताबिक एक साल पहले एमपी द्वारा योजना विभाग के इंजीनियरिंग सेल में पैसा आवंटित कर दिया गया था. बावजूद इसके पहले चरण के निर्माण में धर्मशाला बनाने का कहीं जिक्र भी नहीं किया गया है. इसके कारण भरती मरीज के परिजनों को रात इधर-उधर काटनी पड़ती है और परिवार के साथ इलाज के लिए आये लोगों को रोज दो सौ से अधिक रेंट होटल मालिकों को देना पड़ता है.
गैस पाइपलाइन का इंतजाम : धर्मशाला चार फ्लोर की बनायी जायेगी. इसमें रहनेवाले परिजनों के लिए रसोईघर व शौचालय की व्यवस्था होगी. फ्लोर के दूसरे तल्ले पर गरीब मरीजों के लिए मुफ्त कमरा की व्यवस्था की जायेगी. जहां परिजनों को रहने की पूरी सुविधा मिलेगी. वहीं गैस पाइपलाइन का भी इंतजाम होगा, जहां परिजन अपना खाना कम कीमत में बनायेंगे. सबसे ऊपर के फ्लोर पर जो कमरा लेंगे. उन्हें बहुत कम कीमत देनी होगी.
चारों गार्डन बनाने पर सहमति : परिजनों के लिए बननेवाली धर्मशाला के चारों ओर गार्डन बनाने की बात पर भी सहमति हुई. परिजन साफ -सुथरा माहौल में रहें, इसके लिए संस्थान प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.