पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आज कहा कि उनकी पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे देने वाले रामकृपाल यादव से वह राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा देने की मांग नहीं करेंगे.
बिहार की पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज राजद के राष्ट्रीय प्रधान सचिव सहित अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे देने वाले रामकृपाल यादव के बारे में आज लालू ने कहा कि वे किसी को पार्टी से निकालते नहीं है लोग स्वयं पार्टी छोड़ें तो वैसे में वे क्या करें. लालू ने कहा कि रामकृपाल को उन्होंने अपनी सारी जिम्मेवारी दे रखी थी और वे अगर कहीं चले गए तो उनके बारे में वे क्या टिप्पणी करें.
अपनी बडी पुत्री मीसा भारती जिसे लालू ने पाटलीपुत्र से राजद उम्मीदवार घोषित किया है के बारे में लालू ने कहा कि रामकृपाल के घर उनकी बेटी मीसा गयी थी और वहां पांच घंटों तक उनका इंतजार किया.लालू ने कहा कि राजद के सभी पदों से इस्तीफा देने को लेकर रामकृपाल ने लिखकर भेजा है. वे वर्तमान में राजद से राज्यसभा सदस्य हैं और इस पद से इस्तीफा देने की मांग भी नहीं करेंगे.उन्होंने कहा कि आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए जहां भी उन्होंने उम्मीदवार तय कर दिया है वे अब बदले नहीं जाएंगे.
लालू ने कहा कि राजद संसदीय बोर्ड जिसने उन्हें उम्मीदवार तय करने के लिए अधिकृत किया है में रामकृपाल भी शामिल थे और उन्होंने कभी नहीं कहा कि पाटलीपुत्र से उन्हें टिकट दिया जाए.वहीं चुनाव प्रचार के लिए अपने क्षेत्र के लिए रवाना होने के पूर्व मीसा ने कहा कि रामकृपाल जी उनके चाचा है और वह उनके साथ हैं तथा वर्तमान में राजद में बने हुए हैं.
उन्होंने कहा कि रामकृपाल जी का आशीर्वाद उनके साथ है और वे उसके लिए प्रचार करेंगे. वहीं बांका जिला के आरएमके हाई स्कूल के मैदान में आज एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने जनता से आहवान किया कि वे भारतीय जनता पार्टी और जद यू के बहकावे में न आयें.लालू ने कहा कि भाजपा नेतृत्व में अगर केंद्र में सरकार बनी तो वह देश का बंटवारा कर देगी इसलिए उसे सत्ता में आने नहीं देना चाहिए.
उन्होंने भाजपा से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के बारे में कहा कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो देश में फिरकापरस्त ताकतों को बढावा मिलेगा. बिहार की नीतीश सरकार पर प्रहार करते हुए लालू ने राज्य में अराजकता, सांप्रदायिक तनाव और हिंसात्मक घटनाओं में वृद्धि होने का आरोप लगाया.
लालू ने भाजपा और जदयू को एक ही सिक्के का दो पहलु बताते हुए कहा कि करीब दो दशक से नीतीश कुमार भाजपा की गोद में खेलते रहे और आसन्न लोकसभा चुनाव में वे एक-दूसरे से भले ही अलग हो गये हैं पर अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में यह दोनों फिर साथ नजर आएंगे.