नितिश
पटना : पटना में अजीबोगरीब तरीके से घटना को अंजाम देनेवाले अपराधी गिरोह सक्रिय है. आपके साथ कब किस प्रकार की घटना को ये अंजाम दे दें, आपको इसका आभास तक नहीं होगा. तमिलनाडु, झारखंड, पश्चिम बंगाल और कटिहार के ऐसे कई गिरोह राजधानी में सक्रिय हैं, जो लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस के लिए परेशानी का सबब बने हैं. पुलिस ने एक-दो बार इन गिरोहों को पकड़ा भी, लेकिन जेल से निकलने के बाद ये फिर से सक्रिय हो जाते हैं.
पार्सल से मंगवाते हैं बाइक, होटलों में रह घटना को देते अंजाम : ये गिरोह इतने शातिर हैं कि अपने साथ बाइक भी लेकर आते हैं. रेल पार्सल से बाइक की बुकिंग कराने के बाद पटना ले आते हैं. रहने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर होटलों में कमरे ले लेते हैं और फिर घटना को अंजाम देते हैं. कई गिरोह तो ऐसे हैं, जो अपनी रात पटना जंकशन पर गुजार देते हैं और सुबह में भीड़-भाड़ वाले इलाके में घटना को अंजाम देने में लग जाते हैं.
सड़क पर मोबाइल से बात करते हुए जाने के क्रम में बाइकर्स की ओर से झपट्टा मार कर छीन लेना दस के नोट को गिरा कर लालच देंगे और जब उसे उठाने के लिए नीचे उतरेंगे, तो गाड़ी से लैपटॉप या मोबाइल लेकर भाग जायेंगे भीड़-भाड़ वाले जगहों पर तास के खेल में आपके पैसे दोगुने करने के नाम पर ठग लेना
पुलिस बन कर आगे लूटपाट की जानकारी देने की जानकारी देकर महिलाओं से गहने ले लेना पुलिस बन कर चेकिंग करने के नाम पर पैसे आैर गहने ले लेना
टेंपो में चढ़ने के दौरान हाथ में रहे मोबाइल, गले में चेन या फिर पर्स को लेकर भाग जाना बैंक अधिकारी बन कर एटीएम का कोड जान लेना, जालसाजी से एटीएम में पिन लगा कर पैसे निकाल लेना
कटिहार : कटिहार का कोढ़ा गिरोह पटना में काफी दिनों से सक्रिय है. इस गांव के काफी लोग जालसाजी और आपराधिक क्रियाकलापों से जुड़े हैं. यह गिरोह घटनाओं को अंजाम देने के बाद लौट जाता है. पुलिस इन लोगों को पटना में ही खोजते रह जाते हैं. सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने पिछले साल गिरोह के तीन-चार अपराधियों को पकड़ा था.
तमिलनाडु : तमिलनाडु का गिरोह भी राजधानी में सक्रिय है. इस गिरोह का काम दस-दस के नोट गिरा कर गाड़ी के अंदर से सामान निकालना, बात करने के क्रम में मोबाइल छीन कर भागना है. लगातार कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद यह तमिलनाडु लौट जाता है. हाल में एक महिला समेत तीन को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गया व नवादा : बिहार के इन जिलों में एटीएम से जालसाजी करनेवाले गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह ने पूरे देश में एटीएम जालसाजी के कई मामलों को अंजाम दिया है. यह गिरोह आमतौर पर बैंक अधिकारी बन कर एटीएम कोड जान लेते हैं. इसके अलावे एटीएम के ईद-गिर्द सक्रिय रहना और पैसे निकाल लेना काम है.
झारखंड : यह घुमंतू गिरोह के रूप में जाना जाता हैं. ये बोलेरो या सूमो से निकलते हैं और किसी दुकान या घर में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. यह गिरोह किसी एक राज्य में ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते हैं. इस गिरोह को जब पटना पुलिस ने पकड़ा था, तो पता चला कि ये लोग मुंबई, यूपी, मध्यप्रदेश, में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
पश्चिम बंगाल : यह गिरोह मूल रूप से जाली नोटों से जुड़ा है. नेपाल या बांग्लादेश से इन गिरोहों की ओर से जाली नोट मंगवाया जाता है और फिर उसे बिहार में सप्लाई किया जाता हैं. जाली नोट की सप्लाई में पश्चिम बंगाल के गिरोह के कई लोगों को पुलिस पकड़ चुकी है. लेकिन, इस गिरोह के जड़ तक पहुंचने में सफलता नहीं मिली है.