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पीएनबी कैश लूटकांड : नोट के नंबर से गिरोह तक पहुंची पुलिस

पुलिस की गिरफ्त में आये लाइनर मुकेश ने खोल दिये सारे राज पटना : पीएनबी कैश लूट की घटना को तीन सगे भाइयों ललन, मनीष, राजेश व उसके दोस्त पिंटू ने अंजाम दिया था. जबकि, मुकेश लाइनर था. उसी ने इन लोगों को जानकारी दी थी कि कितने बजे कैश वैन पैसे लेकर आयेगा. इसके […]

पुलिस की गिरफ्त में आये लाइनर मुकेश ने खोल दिये सारे राज
पटना : पीएनबी कैश लूट की घटना को तीन सगे भाइयों ललन, मनीष, राजेश व उसके दोस्त पिंटू ने अंजाम दिया था. जबकि, मुकेश लाइनर था. उसी ने इन लोगों को जानकारी दी थी कि कितने बजे कैश वैन पैसे लेकर आयेगा. इसके बाद वे सभी लोग वहां हथियार के साथ जम गये. जैसे ही कैश वैन आया और पैसा उतरने लगा, वैसे ही दो गार्ड व एक चालक की हत्या करने के बाद वे बॉक्स को लेकर फरार हो गये. मुकेश के गांव बराह के पास उन्होंने बाइक रोकी.
लूट गये कैश में से उन्होंने दस लाख रुपये मुकेश को दे दिये और 50 लाख लेकर वे बाइक से ही अथमलगोला पहुंच गये. बराह में ही उन्होंने कैश बॉक्स को फेंक दिया. अथमलगोला से नाव की मदद से सभी समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर पहुंचे. इसके बाद उसमें से उन्होंने पांच लाख और निकाल लिये. सारे कैश को दुध के केन में बंद कर घर के पीछे गड्डे में छुपा दिया. इधर, मुकेश भी बराह से पैदल ही अपने गांव पर पहुंच गया और पैसे घर में ही छुपा दिये.
पढ़ने के नाम पर बाढ़ में रहते थे तीनोंे सहोदर भाई : तीनों सहदोर भाई ललन, मनीष व राजेश बाढ़ में कचहरी के पास पढ़ाई के नाम पर रहते थे. राजेश ड्राइवर का काम करता था और एक पिकअप वैन रखा था. जबकि, ललन आइटीआइ कर रहा था और मनीष बीए पार्ट वन में था. मोहिउद्दीननगर में भी इनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
नालंदा के बिंद में इन लोगों ने सबसे पहले एक एएसआई को गोली मार कर घायल कर दिया था और उनकी सर्विस रिवॉल्वर लूट ली थी. इसके बाद दो अन्य पुलिसकर्मियों की हत्या की और उनके भी सर्विस रिवॉल्वर लूट लिये. सोहरसराय में बैंक डकैती के दौरान दो गार्ड की हत्या कर दी थी. बिंद में जिस घटना को इन लोगों ने अंजाम दिया, उसमें मुंगेरी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था. दो अन्य पुलिसकर्मियों की हत्या की गयी तो उसमें बिंद में लूटे गये पुलिसकर्मी के हथियार का उपयोग किया गया था. एसएसपी के अनुसार इस गिरोह में दस-बारह लोग शामिल हैं. गिरोह के लोगों के नाम व पता की जानकारी पुलिस को हो चुकी है.
बराह गांव के मुकेश की बैंक के आसपास होती थी बैठकी
घटना के बाद पुलिस ने नाकेबंदी भी करायी, लेकिन तब तक ये लोग नदी पार कर समस्तीपुर जिले में प्रवेश कर चुके थे. पुलिस उस समय यह आशंका जता रही थी कि इस घटना को लोकल अपराधियों ने अंजाम दिया है. बाद में पुलिस उस जगह भी पहुंची, जहां कैश बॉक्स फेंका गया था. पुलिस यह अंदाज लगा चुकी थी कि इसमें कोई-न-कोई लोकल अपराधी अवश्य शामिल है. इसके बाद आसपास के लोगों के संबंध में जानकारी ली गयी, जिसमें यह पता चला कि पड़ोस के बराह गांव के मुकेश की बैंक के आसपास हमेशा बैठकी होती है.
मुकेश ने पांच सौ का नोट एक दुकानदार को दिया था
इसके बाद पुलिस ने मुकेश के मोबाइल का सीडीआर निकालने के साथ ही उसका पीछा शुरू कर दिया. मुकेश ने एक पांच सौ का नोट एक दुकानदार को दिया और कुछ सामान लिया. इसके बाद पुलिस ने उस दुकानदार से उक्त नोट ले लिया. दुकानदार को भी शक नहीं हुआ, क्योंकि पांच सौ का नोट लेकर पुलिस ने उसे सौ-सौ के पांच नोट दिये थे. इसके बाद उक्त नोट का नंबर का मिलान किया गया, जिसमें यह बात सामने आयी कि उक्त सीरीज व उक्त नंबर का नोट बैंक में डालने के लिए भेजा गया था. पुलिस ने तुरंत ही मुकेश को पकड़ा और जब उससे पूछताछ की गयी, तो सारी जानकारी हासिल हो गयी.
एसएसपी गये समस्तीपुर निगरानी में हुई छापेमारी
मुकेश के पकड़ने के बाद उसने समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर का पता बताया. पुलिस टीम उसी समय स्टीमर पर सवार हो कर सीधे अथमलगोला से नदी के रास्ते मोहिउद्दीननगर के लिए निकल गयी. इस टीम में एसएसपी मनु महाराज भी थे. पुलिस ने पहले राजेश को पकड़ा और उसे मोहिउद्दीननगर पुलिस के हवाले कर दिया. लेकिन, मोहिउद्दीननगर पुलिस ने उसे छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस टीम शिवशंकर सिंह के घर पर पहुंच गयी और घर में मौजूद ललन व मनीष को पकड़ लिया. उन दोनों की निशानदेही पर गड्डे में रखे गये सारे नोट बरामद कर लिये गये. उन लोगों ने दो फुट अंदर गड्डे में नोट को दूध के केन में भर कर रखा था. पुलिस की टीम ने जमीन खोद कर पैसे को निकाला और बाप व दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया. ये लोग लूटे गये पैसे से मकान भी बनवा रहे थे. वहीं, राजेश व पिंटू फरार है.
जहां रह रहे थे अपराधी, उसमें पुलिसवाले भी रहते थे, पर भनक तक नहीं लगी
बाढ़ : बेलछी कैश लूटकांड में बाढ़ कोर्ट एरिया में बुधवार
की सुबह एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में डीएसपी ऑफिस से सटे एक घर में छापेमारी की गयी.इस दौरान आरोपित के कमरे को पूरी तरह से पुलिस ने खंगाला और कुछ कागजात भी बरामद किये. कार्रवाई करीब आधा घंटा तक चली. छापेमारी इतनी गोपनीय तरीके से हुई कि स्थानीय पुलिस को भी इसका पता नहीं चल सका. आधा घंटे के बाद पुलिस फिर एक आरोपित को लेकर पटना रवाना हो गयी. इस मकान में डीएसपी कार्यालय में तैनात कुछ पुलिसकर्मी कमरा किराये पर फ्लैट लेकर रह रहे हैं. अपराधी इतने शातिर थे कि इस मकान में छह साल से रहने के बावजूद उनकी गतिविधियों की भनक किसी को नहीं मिल सकी. उनका वाहन का कारोबार था.
मारे गये लोगों के परिजनों की नहीं ली सुध
बाढ़ : स्टेशन रोड के पीएनबी करेंसी चेस्ट से रुपये ले जाने की सुरक्षा में लगे तीन लोगों को अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इनके परिजन अब भी मदद को मोहताज हैं.
परिजनों के अनुसार बैंक प्रबंधन द्वारा अब तक उनकी खोज -खबर नहीं ली गयी है. वहीं, सुरक्षा एजेंसी भी मदद नहीं कर रही है. ज्ञात हो कि अपराधियों ने 60 लाख कैश लूटने के दौरान भदौर थाने के खजुरार गांव निवासी 58 वर्षीय गार्ड सुरेश सिंह, बाढ़ थाने के बहरावां गांव निवासी योगेश्वर दास उर्फ छोटे लाल पासवान और बेलोरो चालक सम्यागढ़ ओपी के मालपुर गांव निवासी 35 वर्षीय अजीत कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी थी. उनके परिजनों की आंखों के आंसू अब तक नहीं सूखे हैं. इस हादसे से वह अब तक उबर नहीं पाये हैं.
तीन पुलिसकर्मियों को गोली मार छीना था सर्विस रिवॉल्वर
इस गिरोह ने एक साल के अंदर दो पुलिसकर्मियों की हत्या, एक पुलिसकर्मी को घायल कर सर्विस रिवॉल्वर लूटा था.सोहसराय के बैंक में 40 लाख की लूट व गार्ड व कैशियर की हत्या, पीएनबी के 60 लाख की लूट व दो गार्ड व चालक की हत्या कर दी थी. 16 मार्च, 2016 के बाद इन लोगों ने कई घटनाओं को अंजाम दिये.
16 मार्च, 2016 : इस दिन इस गिरोह ने बिंद थाना क्षेत्र के मदनचक गांव के समीप रिटायर्ड दारोगा भूवनेश्वर सिंह को गोली मार दी और उनके सरकारी रिवॉल्वर व कारतूस ले भागे थे. भूवनेश्वर सिंह की इलाज के बाद जान बच गयी थी.
18 अप्रैल, 2016 : बाढ़ के दारोगा सुरेश ठाकुर की हत्या 18 अप्रैल, 2016 को अपराधियों ने कर दी थी और सरकारी रिवॉल्वर को भी लूट ले गये थे. वे बाढ़ कोर्ट से किसी केस में गवाही देकर वापस लौट रहे थे और हाइवे पर अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया था.
29 सितंबर, 2016 : तेल्हाड़ा थाने के एएसआइ रामराज चौधरी की हत्या फतुहा थाने के हाइवे पर कर दी गयी थी. वे भी वर्दी में थे और बाइक से बख्तियारपुर की ओर जा रहे थे. उनकी सर्विस रिवॉल्वर अपराधी लूट कर ले गये थे.
27 फरवरी, 2017 : सोहसराय थाने में पंजाब नेशनल बैंक से 40 लाख लूट लिया गया और एक गार्ड व एक कैशियर की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. पैसा को पुलिस ने बरामद कर लिया था.
06 मार्च, 2017: बेल्छी थाने के बाघाटिल्ला गांव स्थित पीएनबी के सामने ही अपराधियों ने 60 लाख लूट लिये थे और गार्ड जुगेश्वर दास, सुरेश सिंह व चालक अनंत कुमार की गोली मार हत्या कर दी थी.

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