बदलते समय में कला प्रदर्शनियों के रूप और माध्यम भी बदल रहे हैं. सूत्र गैलरी अमेरिका (मिशिगन सिटी) में भारत की कला और टेक्सटाइल पर आधारित 13 कलाकारों का चयन किया गया है. इसके अलावा फोक आर्टिस्ट के रूप में आठ कलाकारों को भी बुलाया गया है. कंटेपररी आर्ट के लिए सभी 12 भारतीयों में से एक बिहार के श्याम शर्मा के छापा कला को भी चुना गया है.
इनके कुल छह प्रिंट को सेलेक्ट किया गया है. इनके सभी चित्र बिहार की माटी पर आधारित है, जो कि एकरंगी छापा चित्र है. इसमें उन्होंने बिहार की गरिमा और प्रकृति को आधार माना है. कला प्रदर्शनी फरवरी 2014 के अंतिम सप्ताह से शुरू हो रही है. यह प्रदर्शनी मार्च से सूत्र गैलरी की वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है.
दुनिया की प्राचीन कलाओं में से एक
छपाई कला के बाद छापा कला शुरू हुई, जो धीरे-धीरे कला जगत में स्वतंत्र विधा बन गयी. विश्व के महान चित्रकार-छापाकार ड्यूटर, रेंबरां और पिकासो जैसे अनेक कलाकारों ने छापा चित्रों की रचना की है. ब्रिटिश काल में यह विधा छपाई कला के साथ भारत में आयी और धीरे-धीरे बंगाल से शुरू हो कर पूरे देश में यह माध्यम के रूप में प्रचलित हो गई. अब भारत के प्रत्येक कला महाविद्यालय से छापा कला की विधिवत शिक्षा दी जाती है. श्याम शर्मा ने कला महाविद्यालय में छापा कला विभाग की स्थापना की और छापा शिक्षा के साथ-साथ स्वयं भी काल सृजन करते रहे.
ये हैं बाकी कलाकार
मिशिगन में लगनेवाली प्रदर्शनी ‘सूत्र फाइन आर्ट एंड टेक्सटाइल्स फ्रॉम इंडिया फोटो गैलरी’ में मुंबई, कोलकाता, भोपाल, खैरागढ़ के अलावा कई जगहों के कलाकार होंगे. ये हैं कलाकार : भूरी बाइ, गंगाराम व्याम, घनेश्वरी मारावी, लाडो बाइ, मोनीमाला, प्रदीप मारावाइ, शांता भूरिया
कंटेंपररी
श्याम शर्मा, अनंत साहु, अश्वनी गोड़बोले, असीम पाल, बालू चौधरी, निलेश के तापसी, पंकज इतकेलवार, प्रवीण केदार, प्रमोद गायकवाढ़, राहुल वाघ, सीमा घुरैया, सुचेता घाडगे, वी नागदास
मिल गया आमंत्रण
छह से चार चित्रों की डिटेल अभी श्याम शर्मा के पास आयी है. गौरतलब है कि प्रदर्शनी में श्याम शर्मा के अलावा किसी भारतीय को वहां जाने का आमंत्रण नहीं मिला है. बस उनके चित्रों को प्रदर्शित करने की एक लेटर आयी है. स्वीकृति होने के बाद उन्हें अब प्रदर्शनी का आमंत्रण कार्ड भी मिल चुका है.