बाढ़ : स्टेशन रोड में सोमवार की दोपहर शिशु चिकित्सा केंद्र में इलाज के दौरान मासूम बच्चे की मौत हो गयी. इस घटना के बाद परिजन भड़क उठे और क्लिनिक में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ कर हजारों रुपये का समान बरबाद कर दिया.
इस घटना से एक घंटे तक अफरातफरी मची रही. इस दौरान वहां पहले से इलाज करा रहे बच्चों के मरीज दहशत में रहे बाद में पुलिस ने पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया. परिजन चिकित्सक पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
पीड़ित अथमलगोला थाने के बहादुरपुर गांव निवासी निरंजन कुमार सिंह ने बताया कि हमने अपने तीन माह के पुत्र को बुखार और सांस की परेशानी होने पर इलाज के लिए नर्सिंग होम में सोमवार की दोपहर में भरती कराया था. उपचार के दौरान कंपाउंडर द्वारा सुई देने के तुरंत बाद उसकी हालत खराब हो गयी और उसने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया.
उसकी मौत चिकित्सक और नर्सिंग होम में तैनात कंपाउंडर की अनदेखी के कारण हुई है.तोड़फोड़ की सूचना पर बाढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराया. वहीं परिजन चिकित्सक पर केस करने की मांग को लेकर देर शाम तक थाने में बैठे थे. इस मामले को लेकर नर्सिंग होम के चिकित्सक ने बताया कि लापरवाही का आरोप गलत है.
बच्चे की हालत नाजुक थी. इसकी जानकारी परिजनों को दे दी गयी थी. बाढ़ थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि पीड़ित से लिखित प्रतिवेदन मांगा गया है, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ उक्त नर्सिंग होम में इलाज कराने आयी पांच साल की बच्ची गुम हो गयी जो बाद में लोगों को लावारिस हालत में मिली. बच्ची पंडारक थाने के छपेड़ातर गांव की निवासी है, जिसे बाढ़ पुलिस को सौंप दिया गया है.